Meerut : स्टूडेंट्स को अपमानित करना बार-बार डांटना फटकारना टीचर्स को भारी पड़ सकता है. स्कूलों में स्टूडेंट्स के साथ गलत व्यवहार करना अभद्र भाषा का यूज आदि के कारण डरपोक और दब्बू प्रवृति के हो जाते हैं. सीबीएसई ने स्टूडेंट्स की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए स्कूलों के प्रिंसीपल से इस तरह की टीचर्स की खैर खबर लेने का फैसला दिया है. सीबीएसई के अनुसार किसी भी बच्चे के साथ क्लास में अभद्र भाषा का यूज करना पिटाई करना या बार बार अपमानित करना बच्चे को दब्बू और डरपोक बना सकता है. इसलिए सीबीएसई ने स्टूडेंट्स को ऐसे टीचर्स की सूचना करने का फरमान दिया है.


कैसे करनी होगी कंप्लेन हर सीबीएसई स्कूल में एक शिकायत बॉक्स लगवाया जाएगा। इस बॉक्स में स्टूडेंट्स को अपनी कंप्लेन लिखित रुप से देनी होगी। सीबीएसई के फरमान के तहत स्कूलों में कंप्लेन बॉक्स आगामी दो-तीन माह में जारी करने का समय दिया गया है, जिसकी गाइडलाइन भी इसी सप्ताह में वेबसाइट पर जारी कर दी जाएगी। कंप्लेन की जा सकती है- अगर क्लास में कोई टीचर पढ़ाने की जगह समय की बर्बादी कर रहा हो। - स्टूडेंट के किसी सवाल का उल्टा जवाब देने पर या फिर उसके सवाल का जवाब देना सही न समझा जाए। - टीचर यदि स्टूडेंट का कान खींचे, कान पर चांटा मारे या फिर किसी तरह का नुकसान पहुंचाए तो स्टूडेंट कंप्लेन कर सकता है।- स्टूडेंट के साथ गलत वाक्यों का प्रयोग करना भी स्टूडेंट को अपमानित करना होता है।
"स्कूलों में बच्चों के साथ टीचर के नेचर का स्टूडेंट की एजूकेशन पर काफी इफेक्ट पड़ता है। क्योंकि एक टीचर क्रूर या फिर डराने धमकाने वाला व्यवहार करेगा तो बच्चा डरपोक टाइप का हो जाएगा."विशाल जैन, प्रिंसीपल शांति निकेतन विद्यापीठ

Posted By: Inextlive