8 महीने बाद खुले कॉलेज, कम संख्या में पहुंचे छात्र

5 फीसदी ही स्टूडेंट पहले दिन कॉलेजों में पहुंचे

20 फीसदी छात्र ही यूनिवर्सिटी के विभागों में पहुंचे पहले दिन

कॉलेजों में सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजेशन का रखा गया ख्याल

Meerut। शहर में आठ महीने बाद सोमवार को कॉलेजों व यूनिवर्सिटी खुल गए, कॉलेजों में जहां पहले दिन पांच फीसदी ही स्टूडेंट पहुंचे। वही यूनिवर्सिटी के विभागों में भी पहले दिन केवल 20 ही प्रतिशत स्टूडेंट पहुंचे। सभी कॉलेजों के गेट पर छात्रों के लिए सेनेटाइजेशन की व्यवस्था की गई थी। साथ ही सभी का तापमान भी मापा गया। सीसीएसयू व कॉलेजों में स्टूडेंट को मास्क लगाकर ही एंट्री दी गई, हालांकि कॉलेजों के बाहर कुछ स्टूडेंट ऐसे भी दिखे जो नियमों का पालन नहीं कर रहे थे, लेकिन कॉलेजों के अंदर उनको नियमों का पालन कराया गया।

पांच प्रतिशत ही उपस्थिति

सीसीएसयू कैंपस में जहां स्टूडेंट की संख्या केवल 20 प्रतिशत रही, वहीं कॉलेजों में पांच ही प्रतिशत स्टूडेंट पहुंचे। पहले दिन स्टूडेंट कम ही संख्या में पहुंचे। इस्माईल ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ। नीलिमा गुप्ता ने बताया कि पहले दिन सिर्फ सिलेबस ही डिस्कस किया गया। उन्हें काउंसिलिंग दी गई। डीएन कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। बीएस यादव ने बताया कि पहले दिन कम संख्या में स्टूडेंट आए है। गेट पर स्टूडेंट को सेनेटाइज किया गया। सभी का टेम्प्रेचर मापकर ही एंट्री दी गई।

थर्मल स्क्रीनिंग भी हुई

एनएएस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। वीपी राकेश ने बताया कि गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लाइन लगाकर थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सेनेटाइज करके सभी को एंट्री दी गई। क्लासरुम सेनेटाइजर रखे गए। कनोहर लाल की प्रिंसिपल डॉ। किरण प्रदीप ने बताया कि कॉलेज में पांच प्रतिशत स्टूडेंट पहुंचे है। पहले दिन पूरे विभाग का विजिट कराया, लाइब्रेरी का विजिट स्टूडेंट को समझाया। उनकी काउंसिलिंग की गई है। आरजी ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज में भी बहुत ही कम स्टूडेंट पहुंचे, वहीं यूनिवर्सिटी की प्रोवीसी प्रो। वाई विमला ने बताया कि यूनिवर्सिटी के गेट पर ही छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। मास्क के बिना एंट्री नहीं थी, विभागों में भी सेनेटाइजेशन के बाद ही एंट्री दी गई।

Posted By: Inextlive