एमबीबीएस के मामले में अब जल्द आ सकता है बड़ा तथ्य सामने

एसआईटी को राइटिंग के सैंपल देकर मेरठ वापस लौटा कर्मचारी

Meerut। दो साल पहले हुए कॉपी बदलने के घोटाले के मामले में रविवार को सीसीएसयू के एक कर्मचारी के हाथ संबंधित सेंटर के दस कर्मचारियों की हैंडराइटिंग एसआईटी को डिमांड पर भेजी गई। हैंडराइटिंग के लिफाफे को सौंपकर यूनिवर्सिटी का कर्मचारी देर रात मेरठ लौट आया। कर्मचारी से एसआईटी ने ये डॉक्यूमेंट पाते ही इस बारे में यूनिवíसटी को कॉल करके सूचना भी दे दी थी। इसके साथ ही इस संबंध में स्कैन कागजों की भी मेल मंगवाई है, ताकि उसका मिलान किया जाए, कि सहीं डॉक्यूमेंट ही उन तक पहुंचे है या नहीं, अब फिलहाल जांच आगे बढे़गी।

कौन है असली आरोपी

एसआईटी के अनुसार दोषी स्टूडेंट के साथ कर्मचारियों का भी सहयोग होगा। बिना उनके इस तरह के काम को अंजाम देना संभव नही है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि कही किसी स्टाफ ने तो कापी नहीं लिखी, इसलिए कर्मचारियों व स्टूडेंट दोनों की राइटिंग का सैंपल लिया गया है। अब उनको जांचा जाएगा। उसके बाद देखा जाएगा कि आखिर ये लिखा किसने है। इसके साथ ही केस को बारीकी से खंगाला जा रहा है। छोटी बड़ी जिसकी गलती होगी, सबको उनके दोषों के अनुसार सजा मिलेगी। प्रोवीसी प्रो। वाई विमला ने बताया कि जांच चल रही है, एसआईटी से भी लगातार संपर्क में है, आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

Posted By: Inextlive