सीसीएसयू के बृहस्पति भवन में शनिवार को कार्य परिषद की बैठक का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता वीसी प्रो. संगीता शुक्ला ने की. बैठक में सेंट्रल इंस्टूमेंटेशन फैसिलिटी केंद्र का नाम बदलकर प्रो. वीके पुरी रखना तय हुआ.

मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू के बृहस्पति भवन में शनिवार को कार्य परिषद की बैठक का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने की। बैठक में सेंट्रल इंस्टूमेंटेशन फैसिलिटी केंद्र का नाम बदलकर प्रो। वीके पुरी रखना तय हुआ। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया है कि सीसीएसयू में संचालित लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज को अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा यूनिवर्सिटी में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा।

शासन का यह था निर्णय
वहीं शासन द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा यूनिवर्सिटी स्थापित करने के उपरांत संपूर्ण प्रदेश में संचालित मेडिकल व पैरा मेडिकल कॉलेज इससे संबंद्ध करने का निर्णय लिया गया था। इस संबंध में संबंधित यूनिवर्सिटी द्वारा इस आशय का पत्र भी जारी किया था कि यदि कोई यूनिवर्सिटी अपने से संबद्ध मेडिकल कॉलेज को अटल बिहार वाजपेयी यूनिवर्सिटी में स्थानांतरित नहीं करना चाहता है तो उसके लिए वह संबंधित यूनिवर्सिटी से अनापत्ति प्रमाण पत्र लें। इस संबंध में कार्य परिषद द्वारा निर्णय लिया गया कि अपने विश्वविद्यालय में लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज, मेरठ को स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। इसके लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल विश्वविद्यालय व शासन को पत्र भेजा जाएगा।

दस को मिलेगी उपाधि
बैठक में यह भी तय किया गया कि दस शोध स्टूडेंट्स को शोध की उपाधि प्रदान की जाएगी। समय-समय पर उत्तर प्रदेश शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा यूनिवर्सिटी के बाहर एवं शहर के अन्य स्थानों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी होते रहते हैं। इस संबंध में वीसी कार्य परिषद द्वारा विश्वविद्यालय के बाहर हो रहे अतिक्रमण को हटाने व इन स्थानों में रह रहे लोगों को कहीं ओर स्थानांतरित करने के हेतु शासन एवं जिला प्रशासन को पत्र लिखा जाएगा। वहीं वीसी प्रो। संगीता शुक्ला द्वारा प्रो। वाई विमला को प्रति कुलपति नियुक्त किया गया था। डॉ। राजीव सिजेरिया की नियुक्ति जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली में प्रोफेसर के पद पर हो गई थी। डॉ। राजीव सिजेरिया द्वारा त्याग पत्र दिया गया था। जिसको वीसी कार्य परिषद द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। आईटीएस इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड एलाइड साइंसेज ग्रेटर नोएडा द्वारा संस्थान में संचालित बीएससी बायोटैक्नोलॉजी एवं एमएससी बायोटैक्नोलॉजी पाठयक्रम की संबद्धता समाप्त किए जाने का आग्रह किया गया था। जिसको माननीय कार्य परिषद द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। इस दौरान रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डॉ। अश्वनी शर्मा, कार्य परिषद सदस्य न्यायाधीश जम्मू पंकज मित्तल, डॉ। दर्शन लाल अरोड़ा, डॉ। अरुण कुमार सिंह, डॉ। हरिभाऊ गोपीनाथ खांडेकर, प्रो। प्रशांत कुमार, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive