-एनआरएचएम योजनाओं में करोड़ों खर्च की जांच करने पहुंची केन्द्रीय टीम, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप

-डफरिन महिला अस्पताल में घंटों जुटी टीम, मरीजों से भी पूछताछ, बजट की रिपोर्ट तलब की

-मेल सर्जिकल वार्ड, पीडियाट्रिक वार्ड एवं ब्लड बैंक में भी कागजातों को खंगाला

Meerut

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं की खबर लेने के लिए मेरठ पहुंची केन्द्रीय टीम ने चप्पे-चप्पे पर कमियों को खंगाल लिया। टीम ने पीएल शर्मा जिला अस्पताल एवं डफरिन का निरीक्षण कर स्वास्थ्य मानकों एवं योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट का जायजा लिया। टीम की पैनी नजर हर छोटी-छोटी कमियों पर रहीं।

खंगाला कागजों को

टीम ने उच्चीकरण के दायरे में आने वाले वार्डो के निर्माण कार्यो की पूरी जानकारी ली। अस्पतालों के कागजात चेक किए गए, साथ ही मरीजों से बातचीत कर चिकित्सा सुविधाओं के बारे में बारीकी से जानकारी ली। चिकित्सकों के समय पर न पहुंचने, दवाएं देने में आनाकानी, सिजेरियन बर्थ की ज्यादा संख्या में सुरक्षा मानकों में कमी का टीम ने विशेष संज्ञान लिया।

विभिन्न वार्डो का लिया जायजा

एनआरएचएम की मानीटरिंग के लिए केन्द्रीय टीम ने सोमवार को मेरठ के स्वास्थ्य केन्द्रों पर डेरा डाला। करीब बीस सदस्यों वाली टीम दोपहर तक सीएमओ कार्यालय में रुकी, जबकि दो बजे कई टीमें स्वास्थ्य केन्द्रों के निरीक्षण के लिए निकल गई। करीब ढाई बजे एक टीम ने डफरिन जिला महिला अस्पताल पहुंचकर मानकों की जांच की। प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा। सुधा रस्तोगी पूरे स्टाफ के साथ हाजिर रहीं। मानीटरिंग करने वाली टीम ने अस्पताल की ओपीडी, सिजेरियन केस, सुरक्षित प्रसव एवं आपरेशन संबंधी कागजातों की जांच की। नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की देखरेख एवं अन्य सुविधाओं पर मरीजों से भी बात की गई। टीम ने सौ बेडों के उच्चीकृत वार्ड के निर्माण की प्रगति रिपोर्ट एवं कार्य की गुणवत्ता पर भी स्टाफ से बातचीत की। टीम ने कैंपस में करीब घंटे भर बिताए। नए वार्ड बनने के स्थान, मेडिकल वेस्टेज डिस्चार्ज एवं जांच संयंत्रों पर भी रिपोर्ट तैयार की। गत सप्ताह लखनऊ से भी आई एक टीम ने इन्हीं मानकों पर अस्पताल की जांच परख की थी। बाद में टीम ने शाम पांच बजे पीएल शर्मा जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। आठ सदस्यों की टीम ने न्यू मेल सर्जिकल वार्ड, लाउंड्री एवं किचन का निरीक्षण किया। बाद में टीम ने पीडियाट्रिक वार्ड एवं ब्लडबैंक में निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाई। प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा। सहदेव बाल्यिान की अनुपस्थिति की वजह से डा। एके जैन ने टीम का साथ दिया। बाद में टीम वापस चली गई।

Posted By: Inextlive