-भाकियू के नेतृत्व में कमिश्नरी पार्क में जुटे थे किसान

-एकाएक भीड़ ने प्रोफेसर को घेर लिया, कार का शीशा तोड़ा

Meerut : अन्नदाता मेरठ में शुक्रवार अराजक हो गए। मेरठ के एक प्रोफेसर की कार पर हमला बोल दिया। प्रोफेसर ने जब विरोध किया तो प्रदर्शन में शामिल किसानों ने न सिर्फ जमकर धमकाया बल्कि भीड़ का डर भी दिखाया। किसानों के हमले से आहत प्रोफेसर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। वहीं दूसरी ओर मंडल के 5 जनपदों के किसान कमिश्नर कार्यालय के गेट की जंजीर तोड़कर परिसर में दाखिल हो गए। कमिश्नर कार्यालय में जमकर हंगामा और नारेबारी की। अपर आयुक्त ने स्थिति को नियंत्रित किया बड़ी संख्या में पुलिस इस दौरान मौजूद रही।

तोड़ा कार का शीशा

शुक्रवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत कमिश्नरी पार्क पर मेरठ मंडल के 5 जनपदों के सैकड़ों किसान जुटे थे। भारतीय किसान संघ के बुलावे पर पहुंचे किसानों ने पहले पार्क में भगवान बलराम जयंती के अवसर पर हवन पूजन किया। इसके बाद मंडल के किसानों की समस्याओं को लेकर कमिश्नर कार्यालय की ओर कूच किया। सैकड़ों की संख्या में किसानों के सड़क पर उतरने से सड़क जाम हो गई, तो वहीं आवागमन ठप हो गया। मेरठ कॉलेज के प्रोफेसर डॉ। वीरेंद्र कुमार इस दौरान अपनी कार से कॉलेज से घर की ओर जा रहे थे। किसानों ने सड़क कब्जा ली। कमिश्नरी के गेट के सामने ही संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने प्रोफेसर की पर जोरदार हमला कर दिया। कार के शीशे पर जोरदार घूंसा मारा जिससे शीशा चकनाचूर हो गया। वहीं शीशे कांच टूटकर कार के अंदर बिखर गया।

जंजीर तोड़कर घुसे

कमिश्नर कार्यालय के गेट पर पहुंचे किसान यहां गेट बंद देखकर भड़क उठे। उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ धक्कामुक्की करते हुए गेट पर पड़ी जंजीर तोड़ दी और परिसर में दाखिल हो गए। किसान विरोध में जमकर नारेबाजी कर रहे थे। किसानों ने अगुवाई कर रहे प्रांतीय ठाकुर हरवीर सिंह ने बताया कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को कमिश्नर मेरठ से मुलाकात प्रस्तावित थी। 5 जनपदों के किसान अपनी समस्याओं को लेकर कमिश्नर के समक्ष पहुंचे थे। किंतु ऐन मौके पर कमिश्नर कार्यालय से चली गई, जिसके चलते किसानों के आक्रोश था।

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यह बेहद अराजक है। कार पर एकाएक हुए हमले से मैं डर गया। जब लोगों ने हमले का कारण पूछा तो उन्होंने मेरे साथ बदसलूकी की। कुछ लोग मुझे भीड़ का डर दिखा रहे थे, तो कुछ लोग बदलहजी पर उतर आए। एक बुजुर्ग ने जब यह बोला कि 'भीड़ पिटाई भी कर देती है.' तो मुझे बेहद दुख हुआ।

-डॉ। वीरेंद्र कुमार, प्रोफेसर, मेरठ कॉलेज

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यह घटना बेहद दुखद है। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के बाद किसान और कार्यकर्ता कमिश्नर कार्यालय की ओर जा रहे थे, उसी समय यह घटना घटी। कार पर घूंसा मारने वाले संगठन के पदाधिकारी ने अपने बर्ताव पर खेद व्यक्त किया है।

-ठाकुर हरवीर सिंह, प्रांतीय अध्यक्ष, भारतीय किसान संघ

Posted By: Inextlive