15वें वित्त आयोग में आबोहवा को सुधारने के मिली धनराशि

शहर में ग्रीन बेल्ट, पौधरोपण और सफाई प्रणाली को बेहतर करेगा निगम

Meerut। गर्मियों की शुरुआत के साथ ही शहर में धूल भरी हवाओं और वायु प्रदूषण से शहर के लोगों को निजात दिलाने के लिए नगर निगम अब शहर की आबोहवा को बेहतर बनाने के प्रयास में जुट गया है। इसके लिए 15 वें वित्त आयोग में आबोहवा को सुधारने के अच्छी-खासी धनराशि निगम को मिल रही है। ऐसे में निगम ने निगम ने भी एक्शन प्लान तैयार कर लिया जिससे मेरठ की वायु की गुणवत्ता में सुधार हो।

21 करोड़ की प्लानिंग

आबोहवा सुधारने के लिए नगर निगम 15वें वित्त आयोग के पैसे में से करीब 21 करोड़ रुपए केवल शहर में धूल मिट्टी, पॉल्यूशन की समस्या को दूर करने पर खर्च करेगा। इसमें पौधरोपण से लेकर एयर क्वालिटी कंट्रोल लैब और साफ सफाई के अत्याधुनिक उपकरण की खरीद शामिल है।

कंट्रोल रूम रखेगा नजर

इस काम के तहत नगर निगम 5 करोड़ रुपए की लागत से कंट्रोल रुम स्थापित करने जा रहा है। इस कंट्रोल रूम पर शहर में कूडे़ में आग की घटनाओं से लेकर पौधरोपण, प्रदूषण आदि की समस्याओं से संबंधित शिकायत का तुरंत निस्तारण होगा। साथ ही एयर क्वालिटी कंट्रोल लैब भी शुरु की जाएगी। इसमें शहर में जगह जगह प्रदूषण कम करने के उपकरण लगाए जाएंगे।

13 करोड़ रुपए से होगा पौधरोपण

शहर में दिनभर उड़ती धूल और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए निगम करीब आठ करोड़ रुपया शहर में पौधारोपण पर खर्च करने जा रहा है। और 5 करोड़ से ग्रीन बेल्ट का निर्माण, पौधरोपण के लिए बाड़ लगाने और सड़क किनारे व चौराहों पर बड़े साइज के गमले रखने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही शहर के सभी मुख्य मार्गो की रोड पटरी पर इंटरलाकिंग का काम किया जाएगा।

इस तरह होगा आबोहवा शुद्ध

5 करोड़ रुपए से एयर क्वालिटी कंट्रोल लैब समेत कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।

8 करोड़ रुपए से शहर के सभी मुख्य मार्गो की रोड पटरी पर इंटरलाकिंग व पौधरोपण किया जाएगा।

5 करोड़ रुपए से ग्रीन बेल्ट का निर्माण, पौधारोपण व उसमें बाड़ लगाने के साथ ही बड़े साइज के गमले रखे जाएंगे।

3 करोड़ रुपए से सड़कों की धूल साफ करने को दो रोड स्वीपिंग मशीन और दो एंटी स्माग गन और स्प्रिंकलर मशीनें खरीदी जाएंगी

प्लानिंग के अनुसार कई मद में बजट निर्धारित किया गया है। इसमें अलग अलग काम होने है ताकि शहर की एयर क्वालिटी कुछ बेहतर हो सके। सबसे प्रमुख शहर में ग्रीनरी विकसित करना है।

डा ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त

Posted By: Inextlive