कॉलोनी पॉश, फिर भी सबसे ज्यादा लाइन लॉस
- पीवीवीएनएल ने चिंहित किए बिजली चोरी वाले फीडर
- बिजली चोरी रोकने के लिए पीवीवीएनएल दे रहा है जोर आई एक्सक्लूसिव मितेंद्र गुप्ता मेरठ। आम इलाकों की तो बात ही छोडि़ये यहां तो पॉश इलाकों में भी बिजली चोरी होती है। पीवीवीएनएल ने शहर के पॉश एरिया के फीडर में बिजली चोरी की सूची तैयार की है। उसका डाटा तैयार किया है। ऐसे पॉश इलाकों में चोरी रोकने के लिए विभाग जल्द ही अभियान चलाएगा। पॉश इलाकों में सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति की जाती है। पॉश इलाकों के फाल्ट को भी जल्द ही ठीक किया जाता है। आम इलाकों में रोकी चोरी बीते माह विभाग ने सबसे ज्यादा बिजली चोरी वाले फीडरों का चयन कर अभियान चलाया था। ऐसे इलाकों में अभियान से खलबली मच गई थी। वहीं, शहर विधायक को भी धरना देना पड़ा था।रोज दो लाख रुपये का फायदा
बिजली चोरी रोको अभियान से विभाग को प्रतिदिन दो लाख रुपये का फायदा हो रहा है। इस दौरान बिजली चोरी करने वालों को नए कनेक्शन भी दिए। जल्द चलेगा अभियानपॉश इलाकों में बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चलाया जाएगा। जो चोरी करता हुआ पकड़ा गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं उस उपभोक्ता से राजस्व की भी वसूली की जाएगी।
ऐसे हैं बिजली चोरी के हालात - 16 प्रतिशत लाइन लॉस होता है साकेत में - 16 प्रतिशत लाइन लॉस होता है सिविल लाइन में - 16 प्रतिशत लाइन लॉस होता है शास्त्री नगर में - 16 प्रतिशत लाइन लॉस होता है जागृति विहार - 21 प्रतिशत लाइन लॉस होता है वेस्ट एंड रोड में - 19 प्रतिशत भगत लाइन में होता है लाइन लॉस - 16 प्रतिशत साकेत कुंज में होता है लाइन लॉस - 11 प्रतिशत लाइन लॉस होता है डिफेंस कॉलोनी में - 17 प्रतिशत लाइन लॉस की शिकायत यशोदा कुंज में - 12 प्रतिशत लाइन लॉस होता है गंगा नगर में - 11 फीसदी रक्षा गार्डन में होता है लाइन लॉस वर्जन पॉश इलाकों के कुछ फीडर चिंहित किए हैं। जहां पर बिजली चोरी होती है। उनके खिलाफ जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। जो पकड़ में आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -डीके गर्ग, चीफ इंजीनियर, पीवीवीएनएल