प्रदूषण से कमजोर हो रही लोगों की मेमोरी, मेंटल हेल्थ पर पड़ रहा असर

लोगों में बढ़ रहा विंटर डिप्रेशन, ओपीडी में बढ़ रही मरीजों की संख्या

Meerut। प्रदूषण का असर अब लोगों के दिमाग पर भी असर कर रहा है। इसका प्रभाव सीधे तौर पर मेमोरी पर पड़ रहा है.इससे लोगों की मेमोरी कमजोर हो रही है। उनकी मेंटल हेल्थ भी प्रभावित हो रही है। ऐसे में लोगों को काउंसलर्स की मदद लेनी पड़ी रही है। इन दिनों मेंटल हेल्थ ओपीडी में ऐसे केस बढ़ रहे हैं।

विंटर डिप्रेशन बढ़ा

जिला अस्पताल की मेंटल हेल्थ ओपीडी में हर दिन आठ से 10 केस विंटर डिपे्रशन से जुडे़ आ रहे हैं। जिला अस्पताल की क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ। विभा नागर बताती हैं कि नवंबर में तापमान गिरता है, इससे बॉडी इस चेंज को तुरंत अडॉप्ट नहीं कर पाती। रिलीज होने वाले केमिकल्स गड़बड़ होने लगते हैं। इसकी वजह से ही डिप्रेशन होता है। पॉल्यूशन होने से दिमाग के हाइपोथैलेमस तक ऑक्सीजन उतनी नहीं पहुंच पाती है जितनी पहुंचनी चाहिए। जिससे डिप्रेशन बहुत बढ़ जाता है। इससे लोगों की मेमोरी वीक हो जाती है और सोचने -समझने की क्षमता कम हो जाती है। उन्होंने बताया कोरोना काल के दौरान से यह समस्या ज्यादा आ रही है।

ऐसे करें बचाव

सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ। कामलेंद्र किशोर बताते हैं कि डिप्रेशन की शुरुआती पहचान मेमोरी वीक से होने लगती है। लोगों को काउंसलिंग के साथ योग करना चाहिए। इससे शरीर में चुस्ती-फुर्ती आती है। यदि कोई योग न करे तो व्यायाम करें। लोग मौसम बदलते ही पानी कम पीने लगते हैं, जिसका असर भी मेंटल हेल्थ पर पड़ने लगता है। प्रदूषण से बचाव जरूरी है।

लोगों से मेलजोल रखें

जिला अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ। कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि मेंटल हेल्थ ओपीडी में इन दिनों मरीज बढ़ने लगे हैं। मरीज की यही शिकायत है कि उनकी मेमोरी कम हो रही है। डिप्रेसिव मोड से बचने के लिए जरूरी है कि लोगों से मेल-जोल रखें।

Posted By: Inextlive