मोदी सरकार के किसान बिल के खिलाफ किसान आज करेंगे चक्का जाम

Meerut । कृषि बिल के खिलाफ किसानों में आक्रोश व्याप्त है। किसानों ने चक्का जाम का ऐलान शुक्रवार को कर दिया है। शहर से लेकर देहात तक की मेन रोड किसानों के द्वारा जाम की जाएगी। इससे सबसे ज्यादा एरिया प्रभावित भी होंगे। दिल्ली, देहरादून हाइवे समेत यहां जाने वाले मार्गो पर किसी भी वाहन को नहीं जाने का ऐलान किसानों ने किया है। आर्मी वाहन, स्कूल वैन और एंबलेंस, स्कूल के वाहनों को जाने दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य किसी प्रकार के वाहनों को नहीं जाने दिया जाएगा। वहीं पुलिस प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां करनी शुरू कर दी है। सíकल के सीओ, इंस्पेक्टर से लेकर पीएसी तक सभी सड़कों पर मुस्तैद रहेंगे।

लगातार विरोध जारी

मोदी सरकार के किसान बिल के विरोध में किसानों का लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। कुछ दिन पहले कलेक्ट्रेट पर भी धरना प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट के मेन गेट पर ताला डाल दिया गया था। कृषि बिल को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों ने शुक्रवार को चक्का जाम करने का फैसला किया है। जिसमें शहर से देहात तक हाइवे और मेन रोड पर जाम लगाया जाएगा। एनएच-58 दौराला, जानी, परतापुर, छोटा मवाना, किला रोड, खिर्वा रोड बाइपास, नानू में भी जाम लगाया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन ने कई अलग-अलग टीमें गठित किया है। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया-आर्मी वाहन, स्कूल वैन और एंबुलेंस को सिर्फ छूट रहेगी, बाकी किसी भी वाहन को नहीं निकलने दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने भी अपनी प्लानिंग कर ली है। एसएसपी के आदेश पर एसपी सिटी और एसपी देहात को भी निर्देशित कर दिया गया है कि पूरी प्लानिंग के साथ काम करें। रात भर अधिकारी किसान नेताओं से बातचीत करने में जुटे रहे।

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कमिश्नरी पर किया धरना-प्रदर्शन

मेरठ । किसान विधेयक और बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर आजाद समाज पार्टी ने कमिश्नरी चौराहे पर धरना-प्रदर्शन किया, जिसके बाद नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट में घुस गए। इस दौरान पुलिस से भी तीखी नोकझोंक हुई, वहीं दूसरी ओर सपा पार्टी ने भी कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।

विरोध में नारेबाजी

कृषि बिल को लेकर लगातार किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता कमिश्नरी पर एकत्र हुए और नारेबाजी करनी शुरू की यहां पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने और नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट की तरफ घुस गए। उन्होंने कहा कि लगातार किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। सरकार को यह बिल वापस लेना चाहिए और युवाओं को रोजगार देने के लिए कदम उठाने चाहिए। सरकार किसानों के हित में काम करे, न कि उनका उत्पीड़न करे। वहीं समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना था लगातार किसानों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। यह सही नहीं है। किसानों के पक्ष में सरकार को कदम उठाने चाहिए। बेरोजगारी दूर करनी चाहिए।

Posted By: Inextlive