दुआ करें, बनी रहे बिजली
पीवीवीएनएल के प्राइवेट कर्मचारियों का आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान
Meerut । आज से शहर में बिजली का संकट गहरा सकता है। ऐसा किसी आवश्यक निर्देश या बिजली की कमी से नहीं बल्कि पश्चिमांचल व उसके कर्मचारियों के आपसी विवाद के चलते होने वाला है। शनिवार से पीवीवीएनएल में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है, जिससे मेरठ समेत समूचे पश्चिमांचल की सप्लाई बाधित होने की आशंका है। इकठ्ठा होंगे कर्मचारी विद्युत निविदा संविदा कर्मचारी समिति के बैनर तले पीवीवीएनएल में कार्यरत प्राइवेट कर्मियों ने विभाग पर शोषण का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। घोषित कार्यक्रम के अनुसार शहर व देहात से जुड़े सभी प्राइवेट कर्मी कार्य बहिष्कार कर नौचंदी मैदान में अपना तंबू गाड़ेंगे। मेरठ में 2000 प्राइवेट कर्मचारीविभागीय आंकड़ों के अनुसार, मेरठ शहर और देहात के बिजलीघरों में 2000 से अधिक प्राइवेट कर्मचारी काम रहे हैं। ये कर्मचारी जनपद के अलग-अलग बिजलीघरों व कांट्रेक्टर की फर्म में कार्यरत हैं।
क्या है कहते हैं आंकड़े -- शहर डिवीजन सब डिवीजन बिजली घर कर्मचारी4 12 48 600
देहात डिवीजन सब डिवीजन बिजली घर कर्मचारी 4 12 48 600 दफ्तरों में संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर --- 800 कुल संविदा कर्मचारी -- 2000 पश्चिमांचल में 25 हजार कर्मचारी मेरठ में जहां 2500 कर्मचारी संविदा पर काम कर रहे हैं, पश्चिमांचल में यही आंकड़ा 25000 तक पहुंचता है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के 14 जिलों में जहां कुल डिवीजन की संख्या 56 के आस-पास वहीं सैकड़ों बिजली घरों व विभागीय दफ्तरों में बतौर कंप्यूटर आपरेटर काम कर रहे प्राइवेट कर्मचारियों की संख्या पच्चीस हजार से ऊपर पहुंचती है। ये है मांगें -- - विभाग में ठेका प्रथा खत्म हो -अन्य विभागों की तरह संविदा प्रथा शुरू हो-दुर्घटना मुआवजा 10 लाख रुपये दिया जाए
-कर्मचारियों का दुर्घटना बीमा कराया जाए, मुफ्त इलाज मिले -2007 के बाद की गई ईपीएफ कटौती का पैसा दिलाया जाए -वेतन विसंगतियां दूर हों। माह की शुरुआत में मिले वेतन -सभी कर्मचारियों के ईएसआई कार्ड बनाए जाएं -ये होगी परेशानी - -लॉकल फॉल्ट्स ठीक नहीं हो सकेंगे -बिजलीघरों में कंप्लेंट्स अटेंड नहीं हो पाएंगी -दफ्तरों में क्लेरिकल वर्क व बिलिंग प्रभावित होगी -वसूली न होने से विभाग को राजस्व का झटका लगेगा। अपनी मांगों को लेकर हमने एक माह पूर्व पीवीवीएनएल के एमडी को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अफसर हमारी समस्याओं का निस्तारण नहीं करना चाहते। शोषण के खिलाफ आवाज उठाने का हमारे पास केवल हड़ताल का विकल्प बचता है। शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी। अमित खारी, महामंत्री विद्युत निविदा संविदा कर्मचारी समिति