डेंजर जोन में आने वाला बना दूसरा जिला बना मेरठ, अब तक 19 मरीजों में हुई कोरोना की पुष्टि

अब तक भेजे गए कुल सैंपल - 109

अब तक कुल पॉजिटिव केस आए सामने - 19

अब तक नेगेटिव - 90

Meerut । कोविड-19 का संकट मेरठ में गहरा रहा है। सोमवार को छह नए मरीजों के कोरोना से संक्त्रमित होने की स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है। मेडिकल कॉलेज की माइक्त्रोबॉयोलॉजी लैब में हुई जांच के बाद ये पुष्टि की गई। चार दिन में कोरोना के 19 मरीज मिलने के बाद मेरठ डेंजर जोन में आने वाला दूसरा िजिला बन गया है। पहले नंबर पर गौतमबुद्ध नगर है, जहां अभी तक 38 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं।

एक ही परिवार के चार सदस्य

सोमवार को जिन मरीजों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, उनमें से चार मरीज एक ही परिवार के हैं। सीएमओ डॉ। राजकुमार ने बताया कि खुर्जा निवासी एक व्यक्ति महाराष्ट्र से मेरठ आया था। इस दौरान करीब एक ह ते तक वह अपने रिश्तेदारों व अन्य लोगों से मिलता रहा। चारों मरीज उसी परिवार से हैं । जबकि दो मरीज विदेश से आए हुए हैं। इनमें एक फिलीपींस और एक सिंगापुर से आया है। दोनों शहर के पॉश इलाके में रह रहे थे। सीएमओ ने बताया कि इन दोनों को पहले से ही सर्विलांस पर रखा गया था। पहले इनमें कोरोना के लक्षण नहीं थे मगर लक्षण सामने आने के बाद टेस्ट में दोनों पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हें कोरोना वार्ड में एडिमट कर दिया गया है। मंगलवार को इनके परिवार वालो के भी सैंपल लिए जाएंगे। सोमवार को कुल 17 सैंपल्स की जांच की गई थी।

310 होम क्वारंटाइन

जिले में कोविड-19 की रोकथाम के लिए सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 382 टीमों को लगाया गया था। सर्वे के दौरान पांच मरीजों में कोरोना जैसे लक्षण मिले। जिसके बाद सभी को एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में एडिमट किया गया है। जबकि 310 लोगों को होम क्वारंटािन में रखा गया है। सोमवार को टीमों ने 24 क्षेत्रों में 49661 घरों का दौरा किया। इस दौरान 265189 लोगों का सर्वे किया गया।

बढ़ सकता है आंकड़ा

कोरोना का प्रकोप मेरठ को अपने चंगुल में कसता जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में भी खलबली मची हुई है। सीएमओ डॉ। राजकुमार ने बताया कि एक ही परिवार 17 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। अभी कई लोग आइसोलेशन में हैं और जो लोग इनके संपर्क में आए हैं, उनमें भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं। वहीं दो अन्य विदेशी मरीज जिन इलाकों में रह रहे थे, उन्हें भी सील करवाने की कार्रवाई चल रही है। वहीं रविवार को जो मरीज मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से भागा था, उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

Posted By: Inextlive