हंगामा, नारे और राष्ट्रगान, बिना चर्चा 678 करोड़ का बजट पास
पार्षदों का हंगामा, मेयर ने फेंका माईक
निगम बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच बिना चर्चा के पास हुआ बजट मेयर के खिलाफ बीजेपी पार्षद दल ने खोला मोर्चा सर्वदलीय पार्षद दल ने नारेबाजी कर पास कराया बजट हंगामे के बीच माइक फेंककर सदन से उठी मेयर पहले बोर्ड रूम फिर मेयर की गाड़ी के आगे बैठकर पार्षदों ने जताया विरोधMeerut। नगर निगम के वित्तीय वर्ष 2020-21 के पुनरीक्षित बजट पर विचार के लिए मंगलवार को आयोजित निगम की बोर्ड बैठक एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई। भाजपा पार्षदों के विरोध के चलते शहर के विकास के लिए बनाए गए 678 करोड़ 17 लाख रुपये के बजट पर चर्चा ही नहीं हो सकी। नगर निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा की हार के भाजपा दल के पार्षद पहले से ही बोर्ड बैठक के विरोध का मन बनाए हुए थे। बोर्ड बैठक को लेकर भाजपा पार्षदों के बिना ही मेयर समर्थकों ने सारी रणनीति बना ली थी। ऐसे में भाजपा पार्षदों ने बोर्ड बैठक शुरू होते ही नारेबाजी करते हुए हंगामा कर दिया। हंगामा इस कदर बढ़ गया कि मेयर समेत नगरायुक्त को सदन छोड़कर उठना पड़ गया। उधर सदन में लगातार जयश्रीराम और वंदेमातरम के नारे लग रहे थे, तो वहीं सर्वदलीय पार्षदों ने हंगामा शांत करने को राष्ट्रगान शुरू कर दिया। इस हाईवॉल्टेज ड्रामे के बीच मेयर ने बजट पास कर दिया।
जन समस्याओं पर चर्चा के लिए हुआ हंगामावित्तीय वर्ष समाप्ति में मात्र 15 दिन शेष हैं ऐसे में मंगलवार को आयोजित नगर निगम बोर्ड में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 678 करोड़ 17 लाख दो हजार के पुनरीक्षित बजट पर विचार होना था। इस बजट को निगम कार्यकारिणी पहले ही स्वीकृत कर चुकी है। ऐसे में मंगलवार सुबह वंदेमातरम के साथ मेयर सुनीता वर्मा ने बजट पर चर्चा की शुरुआत करने का प्रयास किया। लेकिन इससे पहले ही भाजपा पार्षद महेंद्र भारती ने बीच में ही बोलना शुरु कर दिया। महेंद्र भारती ने मेयर से कहा कि बजट पर चर्चा से पहले आम जनता की समस्याओं पर चर्चा की जानी चाहिए। इस पर मेयर ने पहले बजट पर चर्चा करने की बात कह दी। लेकिन पार्षद नहीं माना और उसके समर्थन में अन्य भाजपा पार्षदों ने भी जन समस्याओं पर चर्चा के लिए शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर मेयर और पार्षदों के बीच बहस हो गई। मेयर के न मानने पर भाजपा पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया और अपनी सीट से उठकर डायस को पीटना शुरू कर दिया।
माइक फेंककर सदन से उठी मेयर भाजपा पार्षदों का हंगामा होता देख मेयर ने कई बार पार्षदों से शांत होने की अपील की लेकिन पार्षद नहीं माने इस पर गुस्साई मेयर ने मंच से अपना माइक फेंक दिया और मेयर समेत नगर आयुक्त मनीष बंसल और सभी निगम अधिकारी बोर्ड बैठक से उठकर बाहर चले गए। मेयर के बाहर जाते ही भाजपा पार्षदों ने इसे सदन का अपमान बताते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया। जय श्रीराम से लेकर गूंजे वंदेमातरम के नारे मेयर और नगरायुक्त के बाहर जाते ही सभी पार्षद बिफर गए। भाजपा दल के पार्षद मंच के समाने जमीन पर बैठ गए। बोर्ड बैठक का विरोध करते हुए पार्षदों ने वंदेमातरम और जय श्री राम समेत भ्रष्टाचार नही चलेगा, तानाशाही नहीं चलेगी, हिटलरशाही नहीं चलेगी के नारे लगाने शुरू कर दिए। मामला बढ़ता देख निगम ने थाना पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुला लिया। आमने सामने आए दोनो दलमेयर के खिलाफ नारेबाजी होता देख सर्व दलीय पार्षदों ने भी नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरु कर दिया। सर्व दलीय पार्षद पहले बजट पर चर्चा कराने पर अड़ गए। देखते ही देखते भाजपा पार्षद और सर्वदलीय पार्षद आमने सामने आ गए और हंगामा धक्का मुक्की में बदल गया। हंगामा बढ़ते देख सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र सिंह और सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया को भी बुला लिया गया। जैसे तैसे सिटी मजिस्ट्रेट ने पार्षदों को समझाकर मामला शांत कराया।
सर्वदलीय पार्षदों ने किया बजट पास हंगामा शांत होने के बाद दोबारा बैठक शुरू करने के लिए मेयर और नगर आयुक्त जैसे ही वापस आए सर्वदलीय पार्षदों ने बजट की कापी लहराते हुए और टेबल बजाकर बजट पास, पास के नारे लगाने शुरू कर दिए। बजट पास के नारे लगते देख भाजपा दल के पार्षदों ने भी विरोध में नारेबाजी शुरु कर दी। देखते ही देखते सर्वदलीय पार्षदों ने राष्ट्रगान शुरू कर दिया। इस दौरान भाजपा पार्षदों ने भी जमकर बजट का विरोध किया। हंगामा बढ़ने पर मेयर बजट पास कर सदन से चली गईं। टाउनहाल से बाहर पैदल गई मेयरहंगामे के बीच बिना चर्चा के बजट पास करने के बाद जैसे ही मेयर सुनीता वर्मा ने अपनी गाड़ी में बैठकर टॉउन हॉल से बाहर जाने का प्रयास किया। भाजपा पार्षद टॉउन हाल से बाहर निकलकर मेयर की गाड़ी के आगे जमीन पर बैठ गए। भाजपा पार्षदों ने मेयर की गाड़ी को आगे बढ़ने ही नही दिया। पार्षदों के विरोध के चलते मेयर पैदल ही टॉउन हॉल के गेट तक चलकर गई और बाहर जाकर गाड़ी में बैठी।
भाजपा दल ने लिखा कमिश्नर को पत्र बोर्ड बैठक के बाद भाजपा पार्षद दल ने आपस में बैठक कर बोर्ड बैठक में पास हुए बजट को रदद करने की मांग से संबंधित पत्र कमिश्नर को लिखा। पत्र में बोर्ड बैठक में हुए पूरे मामले का जिक्र करते हुए शहर के विकास की अधूरी योजनाओं के बारे में भी कमिश्नर को जानकारी दी गई। वहीं दूसरी तरफ मेयर सुनीता वर्मा ने भी नगरायुक्त को पत्र लिखकर अगली बोर्ड बैठक में सदर की गरिमा, नियम, सदस्यों को बोलने और अपनी बात रखने के तरीकों को नियमानुसार कराने का आग्रह किया।