शहर में सप्लाई के लिए पुरानी मोहनपुरी के व्यापारियों ने प्रतिबंधित पटाखे मवाना कोटला सरधना व उप्र। की अन्य जगहों से खरीदे थे। व्यापारियों को पटाखों के आर्डर मिले हुए थे। पटाखों पर प्रतिबंध की गाइडलाइन सुप्रीम कोर्ट से जारी हो चुकी है। बावजूद इसके मेरठ के अंदर पटाखों की इतनी बड़ी खेप पहुंचना भी शहर की सीमाओं पर चेकिंग के नाम पर जुटी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है।


मेरठ (ब्यूरो)। सिविल लाइन थाना पुलिस ने रविवार रात सूचना पर पुरानी मोहनपुरी में छापामार कार्रवाई की थी। इस दौरान पुलिस ने सतीश गुप्ता व विमल गुप्ता के घर से 25 लाख रुपये के प्रतिबंधित पटाखे जब्त किए थे। जिसके बाद पुलिस चाचा-भतीजों के साथ ही पटाखों को छोटा हाथी में भरकर थाने ले आई थी। पुलिस ने दोनों व्यापारियों के खिलाफ केस दर्ज कर सोमवार को कोर्ट में पेश कर दिया।

खड़े हो रहे सवाल
शहर के बीचों-बीच विभिन्न कंपनियों के 22 पेटी और 20 बोरे पटाखे पहुंचना कई सवाल खड़े कर रहे हैैं। हालांकि पुलिस उनका भी पता लगाने में जुटी है। जिनके पास से व्यापारियों को पटाखों के आर्डर दिए गए थे। सिविल लाइन थाना इंस्पेक्टर रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि व्यापारियों ने पूछताछ में मवाना, कोटला, सरधना व यूपी के कई स्थानों से पटाखे खरीदने के बारे में जानकारी दी है। पुलिस उन लोगों का भी पता लगा रही है। जिन्होंने व्यापारियों को प्रतिबंधित पटाखों को खरीदने के लिए आर्डर दिए थे।

Posted By: Inextlive