57 हत्या की वारदात हुई हैं मेरठ में साल 2020 में अब तक

3 मर्डर की वारदात हुई लॉक डाउन के दौरान

20 मर्डर की वारदात लॉकडाउन से पहले हुई।

34 मर्डर लॉकडाउन के बाद हुए हैं।

69 लूट की वारदातों को बदमाशों ने अंजाम दिया।

4 लूट की घटनाएं लॉकडाउन में हुई है।

15 लूट की वारदात लॉकडाउन से पहले हुई।

50 लूट की घटनाएं लॉकडाउन के बाद अंजाम दी गई हैं।

98 इनामी बदमाशों में से 30 बदमाशों को पुलिस ने दबोचा

68 बदमाश अभी चल रहे हैं फरार

Meerut। लॉकडाउन से पहले जिले में क्राइम का आंकड़ा काफी था लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद ये बहुत तेजी से बढ़ा है। हत्या, लूट, डकैती, दुष्कर्म कौन सा ऐसा संगीन अपराध जो मेरठ जिले में नहीं हुआ। बदमाशों के हौंसले खाकी के इस्तकबाल को जमींदोज करने पर तुले हैं। शादी से एक दिन पहले बेटी और उसके पिता की घर में घुसकर हत्या कर दी जाती है। धर्म छिपाकर महिला से शादी करने पांच साल लिव इन में रहने के बाद प्रेमी द्वारा महिला और उसकी सात साल की बच्ची की हत्या कर उन्हें घर में गढ्डा खोदकर दबा दिया जाता है। मगर पुलिस इस तरह की घटनाओं को रोक पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। हालांकि शानदार पुलिसिंग के नाम पर घटना के कुछ दिन बाद पुलिस आरोपियों को मुठभेड़ के बाद दबोचकर जेल भेज देती है।

लॉकडाउन के बाद चढ़ा क्राइम ग्राफ

लॉकडाउन से पहले जनवरी और फरवरी में भी लूट और हत्या की वारदातें हुई लेकिन लॉकडाउन के बाद क्राइम की वारदातों में तेजी से इजाफा हुआ। अपराध के आंकड़ों के देखकर भी साफ हो जाता है कि लॉकडाउन के बाद क्राइम ग्राफ चढ़ा है। हालांकि डकैती की एक घटना हुई है, जो लॉकडाउन से पहले हुई थी। लॉकडाउन में सड़क पर पुलिस भले ही मुस्तैद रही हो लेकिन पुलिस क्राइम के ग्राफ पर अंकुश लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। लॉकडाउन में मर्डर की तीन वारदात हुई तो लूट की भी वारदातें हुई।

पुलिस के अपने दावे

लॉकडाउन के बाद बढ़ते क्राइम ग्राफ पर लगाम कसने में पुलिस पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। पुलिस की मानें तो क्राइम ग्राफ को कंट्रोल किया गया है। जिले में चोरी, लूट और मर्डर जैसे मामलों की रोकथाम के लिए एसएसपी ने सख्ती निर्देश दिए हुए हैं। बावजूद इसके शहर में खुलेआम वारदातें हो रही है। इसका एक बड़ा कारण ये है कि चार माह से बिना छुट्टी के लगातार ड्यूटी में जुटे पुलिसकर्मी शायद अब थक चुके हैं। मगर इस बात से इत्तेफाक न रखते हुए एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। लॉकडाउन के बाद पुलिस ने बदमाशों की कमर तोड़नी शुरू कर दी है। पुलिस ने 98 इनामी बदमाशों में से 30 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है, अभी 68 बदमाश फरार चल रहे है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए भी कार्रवाई की जा रही है।

टॉप टेन बदमाशों पर कार्रवाई

मेरठ के टॉप बदमाश उधम सिंह, योगेश भदौडा और लीलू के घर दबिश देकर इनके घर से भारी मात्रा में अवैध हथियार भी पुलिस ने बरामद किए हैं। अब उनकी अवैध संपत्तियों पर शिंकजा कसा जाएगा। शहर से लेकर देहात तक शातिर 47 बदमाशों की हिस्ट्रीशीट भी लॉकडाउन के बाद पुलिस ने खोली है। अपराध माफिया बदन सिंह बद्दों को फरार कराने में भागीदार रहे पांच आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त किए गए है। लॉकडाउन के बाद पुलिस एक दर्जन से ज्यादा बदमाश गिरफ्तार कर जेल भेजे हैं। इसके अलावा पूरे जिले में बदमाशों पर लगातार गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा रही

कानून व्यवस्था को कायम रखने का काम हर स्तर पर किया जा रहा है। लॉकडाउन से पहले भी पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसने में कामयाब रही थी। लॉकडाउन के बाद भी पुलिस लगातार मुठभेड़ में बदमाशों को दबोच रही है। क्राइम को रोकने के लिए जिले में ऑपरेशन क्लीन के तहत प्लानिंग बनाकर काम किया जा रहा है।

प्रवीण कुमार, आईजी, मेरठ

Posted By: Inextlive