मेरठ में आकर आसानी से फरार हो जाते है अपराधी

अमरोहा के बदमाश फरार होने के बाद फिर लापरवाही पर खड़े होने शुरू हो गए सवाल

मेरठ में पहले बदन सिंह बद्दो, तांत्रिक नजाकत अली हो चुके है फरार

आज तक नहीं पकड़े जा चुके हे बद्दो और नजाकत अली, मेरठ से भागना है साफ्ट टारगेट

Meerut। पुलिस की तमाम सख्ती के बावजूद पुलिस सुरक्षा में सेंध लगाकर बदमाश आसानी से फरार हो रहे है। गुरुवार को अमरोहा का गैंगस्टर मामले का मेडिकल से फरार हुआ बदमाश यह तो केवल उदाहरण है, यहां से पुलिस कस्टडी से कई बदमाश फरार हो गए है। जिसमें सबसे बड़ा नाम बदन सिंह बद्दो है। इसके साथ ही हत्या के मामले का कुख्यात बदमाश तांत्रिक नजाकत अली भी आसानी से फरार हो गया है। इससे पुलिस की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है। मेरठ से आसानी से फरार होना बदमाशों के लिए साफ्ट टारगेट है। यही वजह है बदमाश आसनी से पुलिस को चकमा देकर फरार हो रहे हे। पुलिस इनको पकड़ पाने में भी नाकाम साबित हो रही है।

पुलिस के हाथ नहीं लगते बदमाश

मेरठ मेडिकल कालेज की इमरजेंसी से फरार हुआ गैंगस्टर का कुख्यात बदमाश अरशद आसानी से फरार हो गया। चौबीस घंटे बीत जाने के बावजूद आरोपी का सुराग नहीं लग सका है। मुरादाबाद पुलिस ने अमरोहा समेत कई जगह दबिश दी, लेकिन आरोपी का सुराग नहीं लग सका है। वहीं मेरठ पुलिस ने भी कई जगह कांबिंग की लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इसके साथ ही आज तक ढाई लाख का ईनामी बदमाश बदन सिंह बद्दो का भी सुराग नहीं लग सका है। इसके साथ ही तांत्रिक नजाकत अली भी पुलिस के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। नजाकत अली को भी गिरफ्तार करने में पुलिस टीम पूरी तरह फेल साबित हो रही है। पुलिस की कस्टडी से फरार होने के बाद बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लग रहे है और लगातार वारदात को अंजाम दिया करते है।

कुछ दिन की सख्ती, फिर भूल जाती है पुलिस

मेरठ में जो भी बदमाश पुलिस की कस्टडी से भागता है उसकी गिरफ्तारी को लेकर एसएसपी से लेकर आईजी और एसटीएफ प्लान बनाकर गिरफ्तारी की कोशिश करती है लेकिन यह सख्ती कुछ दिन ही चलती है उसके बाद पुलिस भी भूल जाती है। बदन सिंह बद्दो का प्रकरण हो या फिर तांत्रिक नजाकत अली का इनको पुलिस भूल गई है। इनकी गिरफ्तारी को लेकर जो भी प्लान बनाया गया है, इन सब को पुलिस भूल गई है। कस्टडी से फरार हो रहे बदमाशों का किला तोड़ने में पुलिस प्रशासन पूरी तरह फेल साबित हो रहा है। पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर बदमाश निकल जाते है और बाद में पुलिस हाथ मलती रह जाती है।

प्रमुख वारदात पुलिस कस्टडी से हुए फरार

29.3. 2019 को कुख्यात बदमाश बदन सिंह बद्दो होटल मुकुट महल से पुलिस कस्टडी से फरार हो गया, वह गाजियाबाद कोर्ट में पेशी पर लाया गया था। शराब पार्टी में पुलिसकíमयों के नशे में होने पर बद्दो भाग निकला था।

28.2.2019 को देहरादून निवासी सिकंदर पुत्र भोपाल को पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। सिपाही और होमगार्ड को चकमा देकर फरार हो गया था।

सितंबर 2015 में बिलाल हत्याकांड का आरोपी तांत्रिक नजाकत उर्फ पप्पू पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था।

अगस्त 2015 को परतापुर के चौधरी पेट्रोल पंप के पास राहुल खट्टा गैंग का शूटर मेरठ पुलिस की आंखों में मिर्च झोंककर भाग निकला था।

जनवरी 2015 को विक्टोरिया पार्क के पास बदमाश पुलिस वैन पर हमला कर दो साथियों को छुड़ा ले गए थे।

नवंबर 2013 को बदमाश सोनू निवासी अछरोंडा कचहरी में पुलिसकíमयों की आंखों में मिर्च झोंककर फरार हो गया था।

सितंबर 2013 को मेरठ जेल से बुलंदशहर पेशी पर बदमाश इंद्रपाल सिपाहियों की रायफल लूटकर फरार हो गया था।

पुलिस कस्टडी से फरार होने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई है। पुलिस की लापरवाही पर भी हमारे द्वारा सख्त कार्रवाई की जाती रहती है।

अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ

Posted By: Inextlive