ट्रेजरी से डाटा हो रहा लीक, पेंशनर्स के एकाउंट से उड़ाए जा रहे रुपये

दो पेंशनर्स अभी हुए है रिटायर्ड, पेंशनरों के एकाउंट से उड़ा ली लाखों की धनराशि

ऑनलाइन एकाउंट से उड़ा रहे है पैसे, साइबर एक्सपर्ट के लिए बन रहे चुनौती

साइबर सेल में लगातार आ रही है शिकायत, जांच में जुटी साइबर टीम

Meerut। सावधान हो जाइए। आजकल ऐसा गैंग सक्रिय हो रहा है, जो सैकड़ों में आपके एकाउंट से आपकी जिंदगी भर की कमाई को उड़ा लेगा। जी हां, जनवरी में रिटायर्ड हुए दो सरकारी कर्मचारियों के एकाउंट से लाखों रुपये उड़ा लिए गए। अपने को कोषागार और पीएफ कंपनी का मैनेजर बताते हुए एकाउंट से लाखों रुपये की चपत लगा दी। ग्रेच्युटी और फंड का पैसा एकाउंट में ट्रांसफर करने के नाम पर उनके मोबाइल पर एप डाउनलोड कराकर लिंक भेजकर न केवल उनके मोबाइल का एक्सेस लिया बल्कि लाखों रुपये की चपत लगा दी है। इस मामले की शिकायत साइबर सेल में की गई है। कहीं ऐसा न हो आप भी इस गैंग का शिकार हो जाएं, इसलिए साइबर एक्सपर्ट कह रहे है किसी पर भी भरोसा न करें। आपके एक लिंक पर क्लिक से भी पैसे उड़ जाएंगे। साइबर ठग लगातार ठगी अलग-अलग तरीके से कर रहे हैं, जो साइबर एक्सपर्ट के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।

दो के साथ ठगी

शहर में ठगी की वारदात लगातार बढ़ती जा रही है। मेरठ में पहले श्रीराम मंदिर निर्माण के नाम पर लोगों के साथ ठगी की गई। इससे पहले कोविड वैक्सीनेशन के नाम पर ठगी की जा चुकी है। अब पेंशनरों को निशाना साइबर ठग बना रहे है। इसको लेकर साइबर सेल के एक्सप‌र्ट्स ने प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया है कि वह किसी भी बहकावे में न आएं। साथ ही अपनी गोपनीय जानकारी किसी के साथ भी शेयर न करें। साथ ही इस तरह की कोई एप भी डाउनलोड न करें।

पेंशनर्स बन रहे शिकार

ठगी के लिए कोई एकाउंट डिटेल या अन्य जानकारी मांगता है तो तुरंत इसकी जानकारी साइबर एक्सपर्ट को दें। साइबर ठग अब तक दो पेंशनरों को अपना निशाना बना चुके है। साइबर एक्सपर्ट बताते है कि अपने एकाउंट से संबंधित गोपनीय जानकारी के साथ-साथ किसी भी लिंक पर शेयर न करें। साइबर एक्सपर्ट के पास जो शिकायत आई है उन तक पहुंच पाने में एक्सपर्ट पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे है। हालांकि आरोपियों को ट्रेस करने की कोशिश साइबर एक्सपर्ट कर रहे है लेकिन पकड़ में नहीं आ सके है।

खातों से पैसा चुराया

साइबर एक्सपर्ट कपिल कुमार बताते है कि जो दो लोगों के साथ ठगी हुई है उनको सबसे पहले काल किया गया। जिसके बाद उनको पूरा विश्वास में लेकर मोबाइल में टीम विवर और क्विक सपोर्ट एप को डाउनलोड करा लिया गया। जिसके बाद एकाउंट से पैसे उड़ा लिए गए। साइबर एक्सपर्ट बताते है यह एप रिमोर्ट कंट्रोलिंग होते है, जिसके चलते ठगी की जाती है।

यह है शिकायतें

ठगी के तीन महीने की शिकायत

नवंबर 35

दिसंबर 56

जनवरी 80

ऐसे बचे, यह है एक्सपर्ट के टिप्स

1.बैंक अकाउंट में यदि ज्यादा राशि हैं तो उसका फिक्स्ड डिपाजिट करवा लें।

2.आपातकालीन परिस्थिति को छोड़कर, ऑनलाइन बैंकिंग के लिए सार्वजनिक कंप्यूटर का उपयोग न करें।

3. किसी अनजान व्यक्ति को मोबाइल न दें, न ही कोई कॉल आदि करने दें।

4. मोबाइल को हमेशा लॉक रखें। यदि मरम्मत या सुधार के लिए सíवस सेंटर को देते हैं तो सिम निकाल लें एवं खुद के पास रखें।

5. लुभावने ऑफर के बहकावे में न आए। किसी भी तरह का ओटीपी शेयर न करें।

6. किसी भी बहकावे में न आए। ठगों के कहने पर किसी तरह का अपने मोबाइल में एप डाउनलोड न करें। रिमोट एप ऐसे तैयार हो गए है जो लिंक पर क्लिक करके ही आपके एकाउंट से पैसे उड़ा लेंगे।

आजकल रिटायर्ड होकर पेंशन पर जा रहे लोगों को उनके पीएफ और ग्रेच्युटी के नाम पर जानकारी लेकर खाते से रकम उड़ाने का काम साइबर ठग कर रहे है। किसी भी तरह से अपने ओटीपी शेयर न करें। ठगों के कहने पर कोई एप भी डाउनलोड न करें।

राम अर्ज, एसपी क्राइम, मेरठ

आखिर सबसे बड़ी वजह यह है कि पेंशनरों का डाटा सबसे ज्यादा लीक कहां से हो रहा है। साइबर एक्सपर्ट की जांच पड़ताल में यह सामने आया है कि लखनऊ से ही रिटायर्ड होने वाले कर्मचारी और अधिकारियों का डाटा लीक हो रहा है। ऐसे में कौन भेदी है जो ठगों से मिलकर रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को अपना निशाना बना रहे है। साइबर सेल की तरफ से एक पत्र तैयार किया जा रहा है, जिसमें वह लखनऊ में यह लिखकर अवगत करा रहे है कि कोषागार लखनऊ से डाटा लीक हो रहा है, जिसकी वजह से साइबर ठग ठगी का शिकार लोगों को बनाकर लाखों रुपये एकाउंट से उड़ा रहे है। अभी तक पुलिस और साइबर एक्सपर्ट को ऐसा कोई लिंक हाथ में नहीं आया है कि डाटा लीक करने में कौन भूमिका निभा रहा है। इसकी भी हालांकि गोपनीय स्तर पर जांच की जा रही है। साइबर एक्सपर्ट मानते है कि एक आरोपी भी यदि उनके हाथ में आ जाए तो उससे जब सख्ती से पूछताछ होगी तो वह यह बात स्पष्ट कर देगा कि कहां से कितने लोगों का डाटा रोजाना लीक हो रहा है।

इनको बनाया गया निशाना

केस 1

यशवंत सिंह मेरठ में इंस्पेक्टर के पद से रिटायर्ड हुए है। उनके उनके पास काल आया कि आपका रिटायर्डमेंट हो गया है आपके फंड और ग्रेच्युटी का पैसा मिलाकर छह लाख रुपये बैठ रहा है। आप अपने खाते में क्विक सपोर्ट एप डाउनलोड करिए। इसके बाद यशवंत सिंह ने डाउनलोड किया.एकाउंट से संबंधित सभी जानकारी ले ली और उसके बाद चपत लगा दी। उनके खाते से छह लाख रुपये कैश उड़ा लिया।

केस 2

पल्लवपुरम के रहने वाले अनुराग शर्मा कस्टम विभाग से रिटायर्ड हुए है। उनके एकाउंट से पांच लाख रुपये कैश ठगों ने उड़ा लिया। उनके पास काल आया और उनसे सभी जानकारी ले ली। अपने को उन्होंने पीएफ कंपनी का मैनेजर बताया और उनके मोबाइल में टीम विवर एप डाउनलोड कराया और खाते से पांच लाख रूपये उड़ा लिए।

सावधान: ऐसे हो हो रही ठगी

Posted By: Inextlive