लिसाड़ी गेट में मौसी के घर आए लोनी के कारोबारी युवक शाहरुख का मिला शव

निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में बच्चों ने शव देख मचाया हल्ला

मृतक के चेहरे पर मिले चोट के निशान, पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी

Meerut। लिसाड़ी गेट में लोनी से अपनी मौसी के घर आए कारोबारी युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। कारोबारी युवक का शव मोहल्ले में एक निर्माणधीन मकान में पड़ा मिला। सुबह जब शव के बारे में जानकारी हुई तो परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच-पड़ताल करने में जुटी है लेकिन आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग सका है।

क्या है मामला

गाजियाबाद के लोनी आशियाना सिटी निवासी मोहम्मद शाहरुख पुत्र शहजाद कपड़े बेचने का काम करता है। वह चार दिन पहले लिसाड़ी गेट के तारापुरी में अपनी बहनशाइस्ता पत्नी आबिद के घर आया था। शनिवार की दोपहर दो बजे वह शाहजहां कालोनी में अपनी मौसी कौशर पत्नी नसीम के यहां चला गया। कारोबारी युवक की मौसी ने बताया की खाना खाने के बाद रात नौ बजे वह बीड़ी पीने की बात कहकर घर से बाहर चला गया था। देर रात तक जब वापस नहीं लौटा तो पहले तो आसपास तलाश की गई। उसके बाद रिश्तेदारी में शाहरुख को खोजा गया लेकिन वह नहीं मिला। रविवार सुबह बच्चे एक निर्माणधीन मकान में खेल रहे थे। बच्चों ने वहां सेप्टिक टैंक में कारोबारी युवक का शव पडा देखा तो हल्ला मचा दिया।

रिश्तेदार भी मौके पर पहुंच गए

बच्चों का हल्ला सुन आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। शव की सूचना पुलिस को दी गई। इसी बीच शाहरुख के रिश्तेदार भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने शव की पहचान की। शव की सूचना मिलने के बाद सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया, इंस्पेक्टर लिसाड़ी गेट प्रशांत कपिल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक मृतक के चेहरे पर चोट के निशान मिले हैं। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

मुखबिर तंत्र को भी किया गया अलर्ट

मुखबिर तंत्र को भी लिसाड़ी गेट पुलिस ने अलर्ट कर दिया है। मुखबिरों के माध्यम से पुलिस आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, लेकिन आरोपियों का पुलिस को कोई सुराग नहीं लगा है।

घर के नजदीक हत्या, आवाज तक नहीं सुनी

कपड़ा कारोबारी शाहरुख रात को खाना खाने के बाद घर से निकले थे। इसके बाद नहीं लौटे तो रात करीब एक बजे तक उनकी तलाश हुई। सुबह शव मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया। घर और घटनास्थल की दूरी ज्यादा नहीं है, ऐसे में कई सवाल भी उठ रहे हैं। शव पर चोट के निशान थे। मरने से पहले कारोबारी ने संघर्ष भी किया होगा। चीख-पुकार भी होनी चाहिए थी, लेकिन किसी ने भी कोई आवाज तक नहीं सुनी। पुलिस ने लोगों से पूछा तो सभी ने इनकार कर दिया। पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है।

दो साल पहले हुई थी शादी

कारोबारी 12 भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे। उनकी दो साल पहले ही शादी हुई थी। सूचना पर पत्नी और उसके मायके वाले भी पहुंच गए थे। उनका रो-रोकर बुरा हाल था। पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों ने देर शाम शव को सुपुर्द-ए-खाक भी कर दिया। परिजनों ने कहा कि बेटे की किसी से रंजिश नहीं थी। वह तो बहन को लेने के लिए आया था। उन्होंने पुलिस से आरोपी को गिरफ्तार कर फांसी दिलाने की मांग की।

पूरे मामले में जांच कर कार्रवाई के निर्देश इंस्पेक्टर लिसाड़ी गेट को दिए गए हैं। जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

अरविंद चौरसिया, सीओ कोतवाली, मेरठ

Posted By: Inextlive