परिजनों का आरोप, 24 अप्रैल को बांटी शराब पीने से हुई मौत

आबकारी और पुलिस अफसरों ने गांव पहुंचकर शुरू की जांच

Meerut। इंचौली के साधारणपुर गांव में मंगलवार को एक और युवक की मौत हो गई। यहां पंचायत चुनाव में बांटी गई शराब पीने से मरने वालों की संख्या अब दस हो गई है।

दो गिरफ्तार

जांच अधिकारी एसपी देहात के गांव में पहुंचने के बाद पुलिस ने एक ग्राम प्रधान पद प्रत्याशी और शराब सप्लायर को पकड़ लिया। दोनों से पूछताछ की जा रही है। आबकारी टीम ने मृतकों के घर से देशी शराब के पव्वे भी बरामद किए हैं। इनका नमूना जांच को भेजा जाएगा। हालांकि पुलिस अभी भी इन मौतों को शराब के बजाय बीमारी से होना मान रही है।

बांटी थी शराब

मृतकों के परिजनों का आरोप है कि 24 अप्रैल की रात साधारणपुर गांव में प्रधान पद के तीन प्रत्याशियों ने शराब बांटी थी। यही शराब पीने से रविवार को बिजेंद्र और उनके बेटे दीपक की मौत हो गई थी। दीपक के भाई बबलू ने 20-20 मार्का पव्वा दिखाते हुए बताया कि उसके पिता बिजेंद्र और भाई दीपक ने यही शराब पी थी। पहले बिजेंद्र की मौत हुई। उसका अंतिम संस्कार कर लौटे तो बेटे दीपक ने दम तोड़ दिया। इसके बाद मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। मंगलवार को हरपाल के बेटे जोनी की भी मौत हो गई। इस परिवार में तीन लोगों की मौत हुई है।

जागा प्रशासन

साधारणपुर गांव में दस लोगों की मौत के बाद प्रशासन जाग गया। मंगलवार को जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार और एसपी देहात केशव कुमार टीम के साथ गांव पहुंचे। इसके बाद पुलिस प्रधान पद प्रत्याशी संजय कुमार और शराब सप्लायर रोहित को पकड़ कर थाने ले गई। संजय कुमार ने शराब बांटने की बात स्वीकार की है। उसका कहना है कि तोहफापुर गांव के सरकारी देशी ठेके से शराब खरीदकर बांटी गई थी। एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि फिलहाल संजय और रोहित को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अन्य प्रत्याशियों से भी पूछताछ की जाएगी।

साधारणपुर गांव में हुई दस मौतों की जांच एसपी देहात के साथ मिलकर की जा रही है। कुछ शराब के पव्वे मृतकों के घर से मिले हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा।

आलोक कुमार, जिला आबकारी अधिकारी

एसपी देहात को पूरे प्रकरण की जांच दी गई है। वह हर बिंदु पर जांच कर रहे है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी तक स्वजन बीमारी से मौत होने की बात कह रहे हैं।

अजय साहनी, एसएसपी।

Posted By: Inextlive