बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर पाबंदी के चलते लखनऊ यूनिवíसटी ने भेजी डिस्पोजेबल स्ट्रिप्स

एग्जाम में स्ट्रिप से लिए जाएंगे उंगलियों के निशान, काउंसलिंग के वक्त होगा मिलान

Meerut। कोरोना काल के बीच ही आज यानी नौ अगस्त को बीएड का एंट्रेस एग्जाम होने जा रहा है। वहीं, मुन्नाभाई फैक्टर पर भी लगाम लगाने के लिए एग्जाम की कमान इस बार लखनऊ यूनिवíसटी के हाथ में दे दी गई है। दरअसल, इस बार सीसीएसयू में कोरोना काल के चलते बायोमेट्रिक्स के जरिए अटेंडेंस नहीं हो सकती है। ऐसे में एग्जाम में मुन्नाभाई फैक्टर को देखते हुए डिस्पोजेबल स्ट्रिप के जरिए स्टूडेंट की उंगलियों के निशान लेने की तैयारी की गई है। एग्जाम कोर्डिनेटर प्रो। पीके मिश्रा ने बताया कि एग्जाम की तैयारियां पूरी हो चुकी है। आज एग्जाम में पारदर्शिता रखने के लिए प्रयास किए गए हैं। लखनऊ यूनिवíसटी ने नकल पर लगाम लगाने के लिए विभिन्न इंतजाम किए हैं।

मुहैया होगी स्ट्रिप

कोरोनाकाल में सेंट्रल गर्वमेंट ने बायोमेट्रिक से अटेंडेंस लगाने पर रोक लगा दी है। इसको ध्यान में रखते हुए बीएड एंट्रेस एग्जाम में स्ट्रिप का प्रयोग किया जाएगा। दरअसल, बीएड एंट्रेस एग्जाम में कोरोना से बचाव की व्यवस्था करने के लिए दो करोड़ रुपए का बजट अलग से अलॉट किया गया है। सभी सेंटर्स पर स्टूडेंट की उंगलियों के निशान लेने के के लिए इस बार लखनऊ यूनिवíसटी ने हर जगह के सेंटर्स को डिस्पोजबल स्ट्रिप मुहैया करवाई है। इस स्ट्रिप से स्टूडेंट की उंगली का निशान लेने के साथ ही वायरस फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा। वहीं एग्जाम में मुन्नाभाई की पहचान करने में भी आसानी होगी।

काउंसलिंग के समय मिलाप

इतना ही नहीं, एग्जाम होने के बाद इन उंगलियों के निशान का काउंसलिंग के समय मिलान किया जाएगा। अगर निशान उस समय मैच नहीं हुए तो स्टूडेंट के एग्जाम को कैंसल कर दिया जाएगा। साथ ही ऐसा स्टूडेंट भविष्य में किसी तरह के एग्जाम के लिए अप्लाई नहीं कर पाएगा।

एंटे्रंस एग्जाम का विरोध

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बीएड एंट्रेंस एग्जाम का विरोध शुरू हो गया है। कॉलेजों में विभिन्न संगठनों द्वारा व शिक्षकों संघों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। उनका कहना है कि जब पूरे अगस्त सभी कॉलेज यूनिवर्सिटी बंद है तो एग्जाम क्यों करवाया जा रहा है।

Posted By: Inextlive