जगह-जगह फैला बायो-मेडिकल वेस्ट, खुले में पड़े सर्जिकल ग्लव्ज

Meerut । प्यारे लाल स्मारक जिला अस्पताल संक्रमित हो चुका है। मौजमस्ती और अय्याशी यहां चरम पर चल रही हैं। शासन की गाइडलाइंस को पूरी तरह से ताक पर रख मरीजों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। मरीजों और तीमारदारों के लिए बनाए गए पार्क आपत्तिजनक और मादक पदार्थो की वेस्ट से पटे हुए हैं, जबकि बायो मेडिकल वेस्ट भी खुलेआम जहां-तहां बिखरा पड़ा हुआ है। ये सारा लापरवाही का खेल अस्पताल के जिम्मेदारों की नाक के नीचे चल रहा है, बावजूद इसके वह आंखें मूंदे बैठे हैं।

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ये मिली स्थिति

जिला अस्पताल में भले ही मरीज इलाज के लिए परेशान घूमते हों, लेकिन नशेडि़यों ने यहां अपना साम्राज्य फैला रखा है। रविवार को डीजे आईनेक्स्ट की टीम ने अस्पताल परिसर में अलग-अलग जगह जाकर रिएलिटी चेक किया। इस दौरान सामने आई हकीकत चौंकाने वाली थी। अस्पताल परिसर में बने पार्क से लेकर वार्ड तक व्हिस्की, बीयर, देसी दारू की खाली बोतलें पड़ी हुई थी। बच्चा वार्ड के पीछे बने पार्क में जहां-तहां ये सब फैला हुआ था। वहीं दूसरे पार्को के साथ पाथ-वे, कूड़ेदान, अस्थाई कूड़ेदान भी सिगरेट, तंबाकू समेत अन्य मादक पदार्थो के अवशेषों से पटे हुए मिले। परिसर में शायद ही कोई ऐसी कोई जगह हो यहां कदम रखा जाए और इस तरह की चीजों से सामना न हाे।

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पार्को में लगती है महफिल

सूत्रों के अनुसार जिला अस्पताल में शराब पीने वालों की महफिल पार्को में सजती है। पार्को में पड़ीं अंग्रेजी और देशी शराब की खाली बोतलें खुद इस बात की गवाही देती हैं। इतना ही नहीं यहां लोग ताश व जुआ भी खेलते हैं। गंभीर बात यह है कि यहां दिनों-दिन साफ-सफाई तक नहीं होती है।

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मेडिकल वेस्ट से संक्रमण

डॉक्टर्स व पैरा मेडिकल स्टॉफ की ओर से यूज किए जाने वाले बायो मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल के नियम भी यहां ठेंगा दिखाते हुए नजर आए। सर्जिकल गल्व्ज, मेडिकल वेस्ट, इंजेक्शन की खाली बोतल व अन्य चीजें परिसर में बने पार्को मे खुलेआम फेंकी हुई पाई गई। यहीं नहीं यहां पर इनका जमावाड़ा लगा हुआ भी मिला। जबकि ट्री गार्डो के अंदर भी बायो मेडिकल वेस्ट को खुलेआम यूं ही फेंक दिया गया है।

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यह है नियम

अस्पताल या किसी भी सार्वजनिक स्थल पर शराब या अन्य मादक पदार्थो का सेवन नहीं किया जा सकता है। अगर कोई इस तरह के कार्य में लिप्त दिखाई देता है तो तुरंत ही पुलिस को सूचना देनी होती है। कोटपा एक्ट के तहत अस्पतालों को तंबाकू निषेध परिसर घोषित किया गया है।

- बायो मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल के लिए बकायदा स्टॉफ की ट्रेनिंग करवाई गई है। इनके डिस्पोज के लिए अलग-अलग डस्टबिन बने हैं। नियमानुसार तय प्रोटोकॉल्स के तहत ही इनका डिस्पोजल अनिवार्य हैं।

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इनका है कहना

अस्पताल में सुरक्षा गार्डो की बहुत ज्यादा कमी है। सुरक्षा न होने के चलते असामाजिक तत्व अस्पताल में घुस आते हैं। बायो मेडिकल वेस्ट के लिए पूरे स्टॉफ को ट्रेनिंग दी गई है। अगर ऐसा कुछ हो रहा है तो यह जांच का विषय है।

--डॉ। कौशलेंद्र कुमार, एमएस, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive