डीएम ने प्लांट में की गई व्यवस्थाओं को भी देखा

निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी रहे मौजूद

Meerut। शहर के कचरा निस्तारण के प्रबंधन की जांच और कूड़ा निस्तारण में आ रही समस्याओं की जानकारी के लिए डीएम के बालाजी ने गांवड़ी स्थित प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान नगरायुक्त अरविंद चौरसिया भी मौजूद रहे। इस दौरान डीएम ने एनजीटी के निर्देशों के पालन में प्लांट में की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने गांवडी की तरह ही लोहियानगर में प्लांट का काम जल्द शुरु करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद रहे।

प्लांट का लिया जायजा

जिलाधिकारी के बालाजी ने शनिवार को काली नदी के निरीक्षण के साथ शहर में कूड़ा निस्तारण की स्थिति देखी। इस दौरान डीएम ने काली नदी के किनारे गंदगी पर नाराजगी जताई। काली नदी के किनारा करीब 200 मीटर में विकसित ग्रीन बेल्ट का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने गांवडी प्लांट में कचरे से प्लास्टिक, ईंट पत्थर और कंपोस्ट को अलग अलग करने के लिए स्थापित बैलेस्टिक सेपरेटर प्लांट की पूरी प्रक्रिया को देखा। प्लांट के विषय में जानकारी देते हुए नगर आयुक्त ने बताया कि प्लांट की क्षमता 15 टन प्रति घण्टे की है यह प्लांट रोजाना 10 घण्टे चलाया जा रहा है। इससे 150 टन कचरे का सेग्रीगेशन रोजाना हो रहा है।

लीचेट प्लांट का कार्य देखा

इसके बाद जिलाधिकारी ने प्लांट में तैयार किए जा रहे लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। कूडे़ से निकलने वाले गंदे पानी को साफ करने के लिए लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट का प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म को डीएम ने जल्द से जल्द शुरु करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने गांवड़ी में कूड़ा सेग्रिगेशन से लेकर सारी व्यवस्था पर सन्तोष जताया और शहर में अन्य जगहों पर कूडे़ के ढेर के लिए जल्द से जल्द अन्य प्लांट चालू करने के निर्देश दिए। इस दौरान नगर आयुक्त ने बताया कि लोहिया नगर डंपिंग ग्राउंड के लिए 300 टन क्षमता का यही प्लांट प्रस्तावित किया गया है।

Posted By: Inextlive