तीसरी लहर से निपटने के लिए डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को दिए चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की लिस्ट बनाने के आदेश

बच्चों के डॉक्टर समेत नर्सरी की स्थिति पर रिपोर्ट हो रही तैयार, शासन को भेजी जाएगी

Meerut। कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए शासन समेत प्रशासन ने ब्रह्मस्त्र से खुद को लैस करने की तैयारी शुरू कर दी है। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो तीसरी लहर का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों पर पड़ेगा। इसके चलते चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की लिस्ट तैयार करने के निर्देश डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को दे दिए हैं। वहीं इस लड़ाई में मजबूत होने के लिए शासन की ओर से पांच करोड़ का बजट भी जिले के लिए जारी कर दिया गया है।

प्रशासन-स्वास्थ्य विभाग जुटा

कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप को सामना भी मेरठ को करना पड़ा। ऑक्सीजन और बेड की कमी से लंबे समय तक मेरठ जूझता रहा। लोगों की सांसों की डोर टूटती रही। एक दिन में ढाई हजार तक केस मेरठ में कोरोना के पाए गए। ऐसी स्थिति तीसरी लहर में पैदा न हो इसको लेकर शासन पहले से ही अलर्ट है। जिसको लेकर सभी जिलों में पूरी तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम के। बालाजी ने तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक भी की है। जिसमें उन्होंने चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मेरठ में बच्चों के कितने डॉक्टर है और नर्सरी की क्या स्थिति है, इसकी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग इसकी रिपोर्ट तैयार कर डीएम को प्रेषित करेगा, जिसके बाद शासन को यह रिपोर्ट भेजी जाएगी। जिसके बाद पूरी तरह से कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तैयारी करेगा।

पहले ही तैयारी

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का प्लान है कि तीसरी लहर को मेरठ में हावी नहीं होने देना है, इसको लेकर पहले ही पूरी तैयारी करनी है। सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट डॉक्टर्स को भी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लेकर चल रहा है। यदि केसों की संख्या बढ़ती है तो ऐसे में पूरी तरह से उपचार कराया जा सके।

तीसरी लहर को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर्स की सूची तैयार की जा रही है। कोरोना से लड़ने के लिए मेरठ में पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

के। बालाजी, डीएम, मेरठ

तीसरे लहर से मुकाबले को मिले पांच करोड़

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार ने अभी से तैयारियां करनी शुरू कर दी है। प्रदेश के बड़े जिलों को पांच करोड़ रूपये की धनराशि भी शासन से भेजी गई है। एडीएम वित्त को पांच करोड़ रूपये की धनराशि प्राप्त हो गई है। जो स्वास्थ्य विभाग के तीसरी लहर को रोकने के प्लान के तहत खर्च की जाएगी।

डीएम करेंगे मॉनिटरिंग

इस ग्रांट को किस-किस मद में खर्च किया जा रहा है, इसकी मॉनिटरिंग डीएम के द्वारा की जाएगी और शासन को रिपोर्ट भी भेजी जाएगी। इस संबंध में डीएम जल्द स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक भी करेंगे। जिसमें बजट के तहत ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन प्लांट और दवाओं की खरीद समेत सभी तरह के खर्चो पर चर्चा की जाएगी। वहीं इस बाबत सीएमओ पूरा प्लान बनाकर एडीएम वित्त और डीएम को सौंपेंगे, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कोविड की तीसरी लहर से निपटने के लिए शासन द्वारा पांच करोड़ का फंड प्राप्त हो गया है। जल्द स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ प्लानिंग कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

सुभाष चंद्र प्रजापति, एडीएम वित्त, मेरठ

Posted By: Inextlive