विकास भवन में हुई कृषक जागरूकता गोष्ठी

गन्ना मिलों का संचालन समय से होगा, बोले डीएम

मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए पराली को मिट्टी में मिलाने की अपील

Meerut। जिलाधिकारी के। बालाजी ने स्थानीय किसानों को भरोसा दिलाया है कि गन्ना मिलों का संचालन समय से कराकर जल्द ही गत वर्ष का समस्त भुगतान भी कराया जाएगा। साथ ही कहा कि फसल अवशेष जलाने पर कार्रवाई के नाम पर किसी भी किसान का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा।

मिट्टी में मिलाएं अवशेष

डीएम विकास भवन सभागार में जनपद स्तरीय फसल अवशेष प्रबंधन पर आयोजित कृषक जागरूकता गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फसल अवशेषों को खेत में जुताई कर मिलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। उन्होंने कृषि एवं संबद्ध विभागों के अधिकारियों को कृषि यंत्रों का स्थलीय प्रदर्शन कराने के निर्देश दिए। इस दौरान किसान प्रवीण कुमार ने बताया कि खेत में धान पराली/गन्ना पत्ती जलाने भूमि के महत्वपूर्ण तत्व नष्ट हो जाते हैं। इसके बजाय इन्हें कृषि यंत्रों की सहायता से खेत की मिट्टी में मिला देना चाहिए।

जैविक सब्जी उगाएं

मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने किसानों से अनुरोध किया कि फसल अवशेषों का प्रबंधन करते हुए अपने उपयोग के लिए अपनी जमीन में जैविक सब्जियां उगाएं। साथ ही, अपनी आय बढ़ाने के लिए कृषि-विविधीकरण अपनाएं। इसके लिए गन्ने के साथ सहफसली खेती की जा सकती है।

किसान हुए जागरूक

मेरठ स्थित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के सहायक निदेशक प्रबोध कुमार ने किसानों को खेत की मिट्टी में उर्वरता बनाए रखने और मिट्टी की जांच करने के संबंध में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि किसानों में खेती को लेकर जागरूकता आई है। हस्तिानपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र से आए डॉ। पी। एस। तिवारी ने कहा कि 12 महीने ही फसल प्रबंधन की बात याद रखनी चाहिए। गोष्ठी में जिला गन्ना अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने भी विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। गोष्ठी के समापन कृषि विभाग ने किसानों को वेस्ट डिकंपोजर का वितरण किया। गोष्ठी में लगभग 100 किसान मौजूद थे।

Posted By: Inextlive