इमरजेंसी शटडाउन लेकर बिजली अफसरों ने कराया काम, तीन घंटे बाद बहाल हुई आपूर्ति

Meerut। बेगमपुल के पास 33 केवी बिजली लाइन का जर्जर पोल अचानक झुक गया। जिससे लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। बेगमपुल बिजलीघर से जुड़े तीन फीडर हिल स्ट्रीट, आर्य समाज और तिलक पार्क क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय के अधिकारियों ने इमरजेंसी शटडाउन लिया। सुबह 11 बजे सुधार कार्य शुरू हुआ जो अपराहन तीन बजे तक चला। करीब तीन घंटे तक लाइन मेंटीनेंस की जद्दोजहद के बाद तीनों फीडरों की आपूर्ति बहाल हो सकी।

बिजली आपूर्ति ठप

33 केवी बेगमपुल बिजलीघर से जुड़े तीनों फीडरों के अंतर्गत दर्जन भर से अधिक मोहल्लों में बिजली आपूर्ति ठप रही। प्रभावित मोहल्लों में ¨बदल वाली गली, एमडी होटल वाली गली, डीएम सिंहा वाली गली, डिस्पेंसरी वाली गली, ओलम्पिक वाच वाली गली, केले वाली कोठी, कबाड़ी बाजार, रवींद्र पुरी, चाणक्यपुरी, मंडी चौक बाजार, सर्राफा बाजार एवं दुर्गा बाड़ी आदि क्षेत्र शामिल रहे। नगरीय विद्युत वितरण खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता सोनू रस्तोगी ने बताया कि तीन-चार दिन से पोल के पास लाइन में ट्रि¨पग की समस्या बन रही थी। जिसे पहले भी सुधारने की कोशिश की गई थी। लेकिन शुक्रवार रात को लाइन फाल्ट हो गया। जिसे देखते हुए शनिवार को तीन घंटे का इमरजेंसी शटडाउन लेकर काम कराना पड़ा। अब इस क्षेत्र में लो-वोल्टेज व बिजली आपूर्ति में व्यवधान होने के आसार कम रहेंगे।

लो-वोल्टेज से परेशान

शहर में कई दिनों से बिजली की आंख-मिचौली के साथ लो-वोल्टेज ने लोगों को परेशान कर रखा है। एमइएस बिजलीघर से जुड़े मोहल्लों, शास्त्रीनगर्र जाग्रति विहार, रंगोली बिजलीघर के मोहल्लों में यह समस्या शनिवार को भी देखने को मिली। वहीं, मोहकमपुर, हापुड़ रोड बाइपास, माधवपुरम, शताब्दी नगर क्षेत्र में बिजली सुबह से लेकर देर रात दो से तीन घंटे में आती-जाती रही। जबकि इस क्षेत्र में रैपिड रेल कार्य के लिए बिजली शटडाउन देने पर रोक भी लगा दी गई है। बावजूद इसके बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं आया।

ट्रांसफार्मरों, बिजली लाइनों की चे¨कग कराई जा रही है। जहां पर भी समस्या मिल रही है। उसे ठीक किया जा रहा है। लो-वोल्टेज की वजह से फाल्ट अधिक हुए। यह समस्या गर्मी और एकाएक डिमांड बढ़ने से खड़ी हुई। चूंकि ट्रांसफार्मरों में टैप चैंजर लगाए जाते हैं। जो वोल्टेज बरकरार रखते हैं। उनमें जो वोल्टेल क्षमता फीड होती है, वह उसी पर काम करते हैं। ट्रांसमिशन के अधिकारियों से बात कर इनकी क्षमता बढ़ाई जा रही है। इससे स्थिति सामान्य होगी।

एसबी यादव, मुख्य अभियंता, मेरठ जोन, पीवीवीएनएल

Posted By: Inextlive