आसपास के इलाकों में कूड़े के कारण फैल रही बदबू1200 मीट्रिक टन कचरा प्रतिदिन उत्सर्जित होता है शहर में

मेरठ ब्यूरो। कूड़ा निस्तारण के नाम पर विफल नगर निगम के डंपिंग ग्राउंड शहर की आबोहवा के लिए नुकसान दायक साबित हो रहे हैं। कूड़े के पहाड़ के कारण ना सिर्फ आसपास की कालोनियों का विकास थम गया बल्कि तेज हवा चलते ही दूर दराज तक कूड़े की बदबू फैल जाती है। कूड़े के पहाड़ के कारण आसपास के क्षेत्रों में भूमिगत जल तक दूषित हो चुका है। स्थिति यह है कि प्लांट का कूड़ा ओवर फ्लो होने के कारण दूर दराज सड़कों पर फैलता जा रहा है। इसके कारण इस क्षेत्र में सांस लेना तक दूभर हो गया है।
ओवर फ्लो हो रहा कूड़े का पहाड़
शहर में 1200 मीट्रिक टन कचरा प्रतिदिन उत्सर्जित होता है। जिसको मंगतपुरम, गांवडी के बाद पिछले 10 सालों से लोहियानगर में एकत्र किया जा रहा है। लोहिया नगर में 30 टन प्रति घंटे का कूड़ा निस्तारण प्लांट के साथ दो साल पहले बैलेस्टिक सेपरेटर प्लांट लगने से प्लांट के कूड़ा निस्तारण प्लांट की क्षमता दो गुनी हो गई। लेकिन प्लांट से अभी तक केवल कूड़े के सेग्रीगेशन का काम किया जा रहा कूड़े का निस्तारण नही हो पा रहा है। जिसके कारण कूड़ा अब ओवरफ्लो होकर हापुड रोड समेत पुलिस एन्क्लेव, लोहियानगर इंडस्ट्रीयल एरिया की सड़कों पर फैलता जा रहा है। इससे इंडस्ट्रीयल एरिया में समेत एमडीए की प्रमुख कालोनी लोहियानगर का विकास तक प्रभावित होने लगा है।
हवा पानी दूषित
लोहियानगर में कैंची कलस्टर समेत बिजली उपकरण, स्पोटर्स गुडस समेत कई प्रमुख उत्पादों की इंडस्ट्रीज हैं। लेकिन कूड़े के ढेर के कारण इस क्षेत्र में कई किमी तक कूड़े की बदबू फैली रहती है। इतना ही नही यहां भूमिगत जल भी दूषित हो चुका है। जिसकी लगातार स्थानीय लोगों की तरफ से विरोध किया जा रहा है।
एनजीटी की फटकार
गौरतलब है कि दो माह पहले 24 अप्रैल को एनजीटी की टीम एक आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत पर लोहियानगर में पहुंची थी। टीम ने लोहियानगर में कूड़े का पहाड़ और भूगर्भ जल को प्रदूषित होता देखकर अपनी ही कोर्ट में रिपोर्ट दी थी। जिस पर एनजीटी कोर्ट ने नगर आयुक्त से नाराजगी जताते हुए एक माह में कूड़ा निस्तारण का समय दिया था। ऐसा ना करने पर एनजीटी ने पांच हजार करोड़ रुपये का जुर्माना निगम पर लगाने की चेतावनी दी थी।
कूड़े का हो रहा सेग्रीगेशन
लोहियानगर में कूड़े का निस्तारण प्लांट नहीं है। जबकि वहां नगर निगम ने केवल कूड़े की छंटनी का प्लांट चलाया हुआ है। एनजीटी ने नगर निगम को वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने के निर्देश दिए थे। एनजीटी ने साफ कहा कि अगर शहर की गंदगी खत्म करनी है तो वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाना होगा।
बन रहीं योजनाएं
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। हरपाल सिंह ने बताया कि एनजीटी के नियमों के अनुसार कूड़ा निस्तारण के लिए योजनाओं पर काम हो रहा है। जल्द इस समस्या को दूर किया जाएगा।

लोहियानगर के पास घोसीपुर काजीपुर गांव में 24 घंटे बदबू फैली रहती है। स्थिति यह है कि यहां नलों निकलने वाले पानी तक में अजीब सी बदबू रहती है।
- ओमवीर

कूड़े का ढेर आसपास मोहल्लों की सड़कों तक फैल गया है। जरा सी हवा चलते ही दूर दराज तक बदबू फैल जाती है। क्षेत्र में बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है।
- शरीफ अहमद

कई बार निगम से मांग की जा चुकी है कि कम से कम मेन रोड तक फैला कूड़ा साफ करा दें। लेकिन कालोनियों के रास्ते तक कूड़े से अट चुके हैं।
- हाजी फरमान

हमने कई बार निगम के आला अधिकारियों का इस मुददे पर घेराव किया था। यहां आसपास स्कूल हैं बच्चों का स्कूल में पढऩा तक दूभर हो गया है। बदबू के कारण लोग आसपास से गुजर नही पाते हैं।
- रोहित गुर्जर

Posted By: Inextlive