सदर दुर्गाबाड़ी वाले पी रहे दूषित जल
-आई नेक्स्ट की टीम ने भरे सदर दुर्गाबाड़ी से पानी के नमूने
- लैबोरेटरी की जांच में फेल हुआ मोहल्ले के पानी का सैंपल - टीडीएस और फ्लोराइड की अधिकता कर रही पानी को दूषित Meerut: सदर बाजार स्थित दुर्गाबाड़ी मोहल्ले के निवासी दूषित पानी पी रहे हैं। आईनेक्स्ट टीम ने रविवार को मोहल्ला निवासियों से बातचीत कर वहां के पानी का सैंपल भरा। पानी के इस सैंपल को जब जिला विज्ञान में टेस्ट कराया तो परिणाम चौंकाने वाले सामने आए। मानकों की कसौटी पर लैब में पानी के सैंपल पर रिजेक्ट कर दिया गया। यहां तक विशेषज्ञों ने इस पानी के सेवन के इस्तेमाल न करने की चेतावनी भी दे डाली। फ्लोराइड की अधिकतारविवार को आईनेक्स्ट की टीम ने सदर स्थित दुर्गाबाड़ी मोहल्ले के पानी का सैंपल भरा। इस सैंपल को मवाना रोड स्थित ट्रांसेलम एकेडमी की प्रयोगशाला में में टेस्ट कराया गया। पानी की जांच में चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। पानी की जांच कर रहे जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक दीपक शर्मा कि पानी मे टीडीएस की सबसे अधिक मात्रा है। टीडीएस की मात्रा अधिक होने के कारण पानी पेट संबंधी विकारों का बढ़ा रहा है।
ये आई जांच रिपोर्ट -- तापमान -- ख्8 डिग्री सेल्सियस फ्लोराइड - की अधिकताटीडीएस -- 7भ्भ्
क्या कहते हैं लोग --
हमारे यहां तो कैंट से पानी की सप्लाई है। इसलिए दूषित जल की कोई जानकारी नहीं मिल पाई। हां कभी-कभी टंकी से काला व मटमैला पानी जरूर निकलता है। -जसविंदर सिंह नागपाल पानी में प्रदूषण की बात पहले पता नहीं चल पाई। दूषित पानी पीना हमारी मजबूरी है। पीने के पानी में अक्सर बारीक रेत आता है। -अंशुल कैंटोमेंट बोर्ड की ओर से कभी भी पानी की जांच नहीं कराई गई। हालांकि मोहल्ले में आम हो चुकी पेट की बीमारी देखने से पानी पर कई बार संदेह हुआ, लेकिन जांच कभी नहीं हुई। -मोन पानी की शुद्धता के लिए कैंटोमेंट बोर्ड की ओर से ही कोई पहल की जानी चाहिए। हम जब कैंट के वाटर टैक्स पे करते हैं तो शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी भी कैंटोमेंट बोर्ड की है। -अनुज जैन पानी के शुद्धिकरण के लिए कैंटोमेंट बोर्ड के अफसरों से बात की जाएगी। पानी में प्रदूषण गंभीर मामला है, इसको लेकर चुप नहीं बैठा जा सकता। पूरे मोहल्ले का पानी खराब है। ऐसे में क्या किया जा सकता है। -सौरभ गुप्ता