Meerut : पिछले चुनावों में मतदाताओं के रुझान को देखते हुए इस बार भी लोकसभा चुनावों में सभी रिकॉर्ड टूटते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में वोटर बनने की प्रक्रिया के तहत करीब दो लाख के करीब नए वोटर्स जुड़ गए हैं. देखा जाए तो मतदान को लेकर लोगों में काफी जागरुकता आई है. पुरुष हों या महिलाएं दोनों ही कैटेगिरी में वोटर्स की परसेंटेज में काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. नेशनल वोटर्स डे के मौके पर बताते हैं कि जिले में मतदान को लेकर मतदाताओं जागरुकता देखने को मिली है.


करीब दो लाख हुई वृद्धिजी हां, मतदाताओं में मतदान को जागरुकता इसी बात से लगाई जा सकती है कि वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस साल जिले में करीब दो लाख नए मतदाता अपने मतदान का प्रयोग करने जा रहे थे। वर्ष 2012 में जिले में मतदाताओं की संख्या 21,61,196 थी। जबकि जिला निवार्चन कार्यालय के अनुसार 23 जनवरी 2014 के दिन तक मतदाताओं की संख्या 23,45,149 पहुंच चुकी है। यानि इन दो सालों में 1,83,953 वोटर्स की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं इस बार अन्य वोटर्स की संख्या 146 है। करीब एक लाख पुरुष वोटर
अगर पुरुष वोटर्स की बात करें तो एक लाख से ज्यादा वोटर्स शामिल हुए हैं। वर्ष 2012 में विधानसभा चुनावों में  मेल वोटर्स की संख्या 11,94,409 थी। जो अब बढ़कर 12,96,864 हो गई है। इसका मतलब साफ है कि इन दो सालों में पुरुष मतदाताओं की संख्या में कुल 1,02,455 मेल वोटर्स शामिल हुए हैं। निवार्चन अधिकारियों की माने तो इन मेल की संख्या इजाफा इसलिए हो रहा है क्योंकि मेल में काफी जागरुकता आई है। महिला वोटर्स भी कम नहीं


वहीं महिला वोटर्स की संख्या में कम इजाफा नहीं हुआ है। महिला वोटर्स की बात करें तो वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में जिले में महिला मतदाताओं की संख्या 9,66,787 थी। वर्ष 2014 में ये संख्या 10,48,139 से ऊपर पहुंच चुकी है.  इसका मतलब साफ है कि दो सालों में महिला मतदाताओं की संख्या में 81,352 मतदाताओं का डिफ्रेंस है। जिला निर्वाचन अधिकारियों की माने तो महिला मतदाताओं में वोट बनवाने की भी ललक काफी बढ़ी है। इतने आए नए वोटर्स अगर वर्ष 2014 में नए वोटर्स यानि 18-19 वर्ष की उम्र के वोटर्स की संख्या की बात करें तो इस बार 23 जनवरी तक 36,759 नए वोटर्स जुड़ चुके हैं। अधिकारियों की माने तो इस बार नए वोटर्स की संख्या में करीब 5 फीसदी का इजाफा हुआ है। इनमें 23,920 मेल वोटर्स है। फीमेल वोटर्स की संख्या में 12835 शामिल हुई हैं। वहीं अन्य की संख्या 4 है।66 फीसदी हो सकता है मतदान निर्वाचन अधिकारियों की बात करें तो बीते विधानसभा चुनावों में वोटिंग परसेंटेज को देखते हुए जिले में इस बार लोकसभा चुनावों में 66 फीसदी मतदान होने की उम्मीद है। दो साल पहले हुए विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत की बात करें तो रिकॉर्ड 64.22 फीसदी मतदान पड़ा था। वहीं लोकसभा चुनावों में 49.60 फीसदी मतदान था।

'लोगों में काफी जागरुकता आई है। मतदाताओं की संख्या में काफी वृद्धि भी हुई है। पब्लिक अपना वोट बनवाने के लिए भारी संख्या में आ रहे हैं। उम्मीद है कि आगामी लोकसभा चुनावों में सारे रिकॉर्ड टूटेंगे.'- विरेंद्र कौशिक, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी फैक्ट एंड फिगर - वर्ष 2012 में कुल वोटर्स की संख्या 21,61,196 थी।- वर्ष 2014 में कुल वोटर्स की संख्या 23,45,149 है।- दो सालों में कुल वोटर्स की संख्या में डिफ्रेंस 1,83,953 है। - वर्ष 2012 में मेल वोटर्स की संख्या 11,94,409 थी।- वर्ष 2014 में मेल वोटर्स की संख्या 12,96,864 है।- दो सालों में मेल वोटर्स की संख्या में डिफ्रेंस 1,02,455 है। - वर्ष 2012 में फीमेल वोटर्स की संख्या 9,66,787 थी।- वर्ष 2014 में फीमेल वोटर्स की संख्या 10,48,139 है।- दो सालों में फीमेल वोटर्स की संख्या में 81,352 डिफ्रेंस है। - वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में 64.22 फीसदी मतदान हुआ था।- वर्ष 2009 के लोकसभा चुनावों में 49.22 मतदान हुआ था।

Posted By: Inextlive