एसआरएम प्रजेंट्स दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से करियर पाथवे का किया गया आयोजन

स्टूडेंट्स को एक्सपर्ट ने दी बेहतर करियर सेलेक्शन की टिप्स

Meerut। 12वीं में पढ़ रहे स्टूडेंटस के लिए सबसे बड़ा सवाल होता है कि 12वीं पास करने के बाद उनके लिए सही करियर क्या होगा। स्टूडेंटस के इसी सवाल का जवाब देने और उनके करियर के कंफ्यूजन को दूर करने के लिए एसआरएम और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से दूसरे दिन करियर पाथवे का आयोजन किया गया। सेमिनार में दूसरे दिन एसआरएम की एक्सपर्ट फैकल्टी और मोटिवेशनल एक्सपर्ट ने शहर के विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों को करियर की राह दिखाई। साथ ही इंजीनियरिंग समेत मेडिकल, आईआईटी समेत अनेक नए कोर्स की जानकारी दी।

मौजूद रहे एक्सपर्ट

रजबन स्थिति अतिथि बैंक्वेट हॉल में आयोजित एसआरएम प्रेजेंटस दैनिक जागरण आई नेक्स्ट पाथवे सेमिनार के दूसरे दिन का उद्घाटन एसआरएम यूनिवर्सिटी की कैंपस फैकल्टी एनएच राजा, आंचल अमिताभ, पंकज शर्मा, हरीश शर्मा और मोटिवेशनल एक्सपर्ट दीपक कपूर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया। इस दौरान दैनिक जागरण आई नेक्स्ट संपादकीय प्रभारी अमित कुश मौजूद रहे। सेमिनार विवि के फिजिक्स विभाग के एसो। प्रोफेसर डा अनिल कुमार बतौर अतिथि मौजूद रहे।

स्टूडेंट्स को मिलती है प्रैक्टिकल नॉलेज : एन एस राजा

सेमिनार के दूसरे दिन के सेशन की शुरुआत करते हुए एसआरएम चेन्नई के प्रोफेसर एन एस राजा ने एसआरएम यूनिवर्सिटी की जानकारी के साथ की। एसआरएम के कैंपस पूरी तरीके से एआईसीटीई से अप्रूव्ड हैं। इसके साथ ही नैक से डबल-ए सर्टिफिकेट मिला हुआ है। एसआरएम यूनिवर्सिटी की सभी फैकल्टी पीएचडी होल्डर हैं। प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में एसआरएम की रैंकिंग तीसरी है। अगर आईआईटी, एनआईटी समेत सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट इंस्टीट्यूशंस की बात करें तो इसमें एसआरएम 32वीं पोजीशन होल्ड करता है। कैंपस में स्टूडेंट्स को सही दिशा में प्रयास करने और फील्ड में वर्क के दौरान आने वाली प्रॉब्लम का प्रैक्टिकल नॉलेज दिया जाता है, जिससे वह बेहतर बन सकें। यही कारण है कि लास्ट ईयर एसआरएम का प्लेसमेंट 41.4 लाख के पैकेज पर हुआ। यह पैकेज माइक्रोसाफ्ट की ओर से दिया गया। इस दौरान एसआरएम कैंपस की लाइफ को वीडियो के माध्यम से दिखाया गया। जिसमें कैंपस हॉस्टल से लेकर लैब, रिसर्च आदि की जानकारियां दी गई।

रिसर्च के साथ फॉरेन यूनिवर्सिटी में स्टडी का अवसर : आंचल अमिताभ

एसआरएम के गाजियाबाद कैंपस की फैकल्टी आंचल अमिताभ ने कहाकि किसी भी यूनिवर्सिटी का सेलेक्शन करने से पहले तीन बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। यूनिवर्सिटी कैंपस, फैकल्टी और कैंपस प्लेसमेंट। इन तीनों प्वॉइंट्स में एसआरएम यूनिवर्सिटी बेस्ट ऑप्शन है। यहां पर तीनों चीजें बेस्ट हैं। एसआरएम यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल लर्निग पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाता है। इससे वह मार्केट की डिमांड के हिसाब से खुद को तैयार कर पाता है। साथ ही मार्केट में वर्क को लेकर सही जानकारियां स्टूडेंट्स को मिलती हैं। यही वजह है कि यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की डिमांड मार्केट में बनी हुई है। ओवरसीज में एसआरएम का 30 से अधिक यूनिवर्सिटीज के साथ स्टूडेंट्स एक्सचेंज प्रोग्राम का बांड है। इसमें ब्राइट स्टूडेंट्स को फॉरेन यूनिवर्सिटी में जाने और वहां पढ़ने और अपने इंटरनेशनल एक्सपोजर को बढ़ाने का मौका मिलता है। इसके लिए सेमेस्टर अबोर्ड प्रोग्राम स्टूडेंटस को दिया जा रहा है। इसमें वह फॉरेन यूनिवर्सिटी में जाकर वहां पढ़ाई कर सकते हैं।

कामयाबी के लिए कुछ अलग करें : पंकज शर्मा

सेमिनार में छात्रों से रुबरु होते हुए एसआरएम सोनीपत कैंपस से आए पंकज शर्मा ने बताया कि आज आपके पास करियर के लिए बहुत सारे ऑप्शन हैं लेकिन उनका सही चयन करना आप पर निर्भर है। पहले साइंस स्ट्रीम को इंटेलिजेंट समझा जाता था जो बच्चे साइंस लेते थे उनको पढ़ाई में गंभीर समझा जाता था। लेकिन समय के साथ अब ट्रेंड बदल रहा है। केवल इंजीनियरिंग में ही 13 से अधिक स्ट्रीम हैं। मेडिकल लाइन में हजारों ऑप्शन हैं इसमें आप ना केवल डॉक्टर बनकर करियर बना सकते हैं बल्कि मेडिकल साइंस, बायो टेक्नोलोजी, पैरा मेडिकल, बायो मेडिकल कई विकल्प आपके सामने मौजूद हैं। इस दौरान स्टूडेंटस से बात करते हुए बताया कि आज आईआईटी में 10 हजार सीट लेकिन उन सीट को पाने के लिए स्टूडेंटस की संख्या लाखों में है। इसलिए आप जिस भी कालेज में जाना चाह रहे हैं उसके बारे में पूरी रिसर्च करें तभी एडमिशन लें। पंकज शर्मा ने नोकिया के पुराने मोबाइल का उदाहरण देते हुए बताया कि पहले नोकिया 5110 सब यूज करते थे लेकिन आज उसे कोई यूज नही करना चाहेगा। क्योंकि टेक्नोलॉजी के हिसाब से वह पुराना हो चुका है। इसलिए आप भी अपने करियर का चुनाव स्मार्ट बन कर करें।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स का है टाइम : हरीश शर्मा

आज के समय में स्मार्टनेस और स्मार्ट टेक्नोलोजी की जानकारी देते अमरावती कैंपस से आए एसआरएम फैक्लटी मेंबर हरीश शर्मा ने आईओटी यानि इंटरनेट ऑफ थ्िाग्स के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज टेक्नोलॉजी इस कदर एडवांस हो चुकी है कि हमें एक्स्ट्रा काम के लिए अपने दिमाग पर जोर नही डालना पड़ता है। हमारे समय के साथ साथ एनर्जी की सेविंग भी टेक्नोलॉजी से हो रही है। आने वाले समय में हम पूरी तरह से इस टेक्नोलोजी पर निर्भर होंगे। इस क्रम में हरीश शर्मा ने वीडियो के माध्यम से स्मार्ट डिवाइस की इंपोर्टेन्स की जानकारी दी। इसमें टोस्टर मशीन से लेकर आरएफआईडी, मोबाइल यूज, स्मार्ट होम, स्मार्ट होम कंट्रोलर, एंटी थ्रेफ्ट सिस्टम, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, स्मार्ट अलार्म डिवाइस आदि की उपयोगिता दिखाई और बताई गई।

सिर्फ मेहनत से नही अचीव होता गोल : दीपक कपूर

सेमिनार में स्टूडेंस को बूस्ट अप करते हुए मोटिवेशनल एक्सपर्ट दीपक कपूर ने कहा कि 90 प्रतिशत लोग अपने गोल को अचीव करने में फेल हो जाते हैं। आप में कुछ अलग होना चाहिए तभी आप अपना गोल यानि सक्सेस अचीव कर सकेंगे। दीपक कपूर ने फिल्म स्टार्स का उदाहरण देते हुए बताया कि केवल सुंदर चेहरा होने से ही फिल्म लाइन में जगह नही मिलती इसका परफेक्ट उदाहरण है नवाजुददीन सिद्दकी, जिसने अपनी मेहनत के दम पर दुनिया को ना सिर्फ दिखाया बल्कि एक्टिंग करना भी सिखा दिया। उन्होंने बताया कि सिर्फ मेहनत से गोल अचीव नही होते हैं मेहनत सही दिशा में होनी चाहिए। मुझे अपनी लाइफ में क्या बनना है यह टारगेट होना चाहिए। किसी भी सफलता के लिए फोकस करना जरुरी है। यहां 100 प्रतिशत ट्रस्ट और 0 प्रतिशत डाउट का खेल होता है। यदि डाउट एक प्रतिशत भी है तो आप सफल नही होंगे।

अपने टारगेट की दिशा आप ही करेंगे डिसाइड : डॉ अनिल कुमार

सेमिनार में बतौर अतिथि मौजूद सीसीएस यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। अनिल कुमार ने स्टूडेंटस को अपने बेहतरीन करियर के चयन के लिए अपने टारगेट के सही चयन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हम अक्सर अपने आसपास से प्रेरित रहते हैं। मेरा दोस्त जो कोर्स कर रहा है वही मै करुंगा, जो माता पिता ने कहा वह लाइन पसंद करेंगे। ऐसा नही होना चाहिए करियर का चुनाव किसी दवाब या किसी और की पसंद से ना करें बल्कि अपने इंस्ट्रेस्ट के आधार पर करियर को चुनें।

Posted By: Inextlive