एकेटीयू पर पहुंच रही शिकायतें, बीते छह माह में 50 शिकायतें

मांगा गया है प्राइवेट कॉलेजों से टीचर्स का पूरा रिकॉर्ड

Meerut। एकेटीयू फर्जी शिक्षकों को लेकर अलर्ट हो गया है। प्रदेशभर से छह महीने में आई 50 से अधिक शिकायतों को लेकर अब एकेटीयू ने भी संज्ञान लिया है। शिकायतों के मुताबिक कॉलेजों में न केवल फर्जी शिक्षक पढ़ा रहे हैं, बल्कि ऐसे भी हैं जो फर्जी शिक्षकों को बढ़ावा देने में पूरा योगदान दे रहे है। इन शिकायतों को ध्यान में रखते हुए एकेटीयू ने कॉलेजों से डाटा मांगा है, जिनकी जांच यूनिवर्सिटी करेगी ऐसा तय हो गया है।

कर रहे डबल ड्यूटी

एकेटीयू के पास कुछ शिकायतों में आया कि टीचर दो जगह ड्यूटी कर रहे हैं। एक कॉलेज में लेक्चर देकर दूसरे कॉलेज में जाते हैं, ऐसे में दोनों जगह से पैसा कमा रहे हैं। जो नियम के विरुद्ध है और ऐसा करने से वो अपने लेक्चर में लापरवाही भी करते है। अगर किसी स्टूडेंट को हेल्प की जरुरत हो वो भी नहीं करते हैं। यूनिवर्सिटी के आधार पर देखा जाएगा कि कहीं ऐसा तो नहीं किन्हीं दो या तीन कॉलेजों से एक ही टीचर के बायोडाटा, डॉक्यूमेंट मिले, जिससे साबित होगा कि वो दो जगह ड्यूटी करते हैं।

डॉक्यूमेंट दे रहे दूसरे के

यूनिवर्सिटी के पास आई शिकायतों में ये भी आया है कि टीचर फर्जी तरीके से पढ़ा रहे है। जैसे किसी टीचर के पास क्वालीफिकेशन के आधार पर डॉक्यूमेंट नहीं हैं तो वो किसी दूसरे ऐसे व्यक्ति के डॉक्यूमेंट कॉलेज में लगाकर नौकरी कर रहा है, जो उस पोस्ट के लिए क्वालिफाइड है। ऐसे में फर्जी टीचर्स भी बड़ी तदाद में कॉलेजों में पढ़ा रहे हैं।

मांगा है डाटा कॉलेजों से

अब यूनिवर्सिटी ने प्रदेशभर के सभी कॉलेजों से टीचर्स का पूरा डाटा मांगा है। इसमें टीचर्स की लिस्ट, कोर्स का नाम, उनके सभी डॉक्यूमेंट, आधार कार्ड, फोन नम्बर, एड्रेस प्रूफ, मेल आईडी आदि विभिन्न तरह की आई डी मांगी जा रही है। जिनका वैरिफिकेशन किया जाएगा, उसके बाद फर्जी टीचर्स पर कार्रवाई होगी।

आधार लिंक नहीं हो पाया

इससे पहले अभी लास्ट ईयर आधार से टीचर्स का रिकॉर्ड लिंक करने को कहा गया था। जिससे काफी हद तक फर्जी टीचर पर लगाम लग सकती थी, लेकिन ये आधार सिस्टम लागू नहीं हो पाया।

हमारे कॉलेज में तो सभी टीचर के रिकॉर्ड कई बार चेक करके रखा जाता है। इसके अलावा भी बीच-बीच में उनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होते हैं।

डॉ। आदेश, रजिस्ट्रार, बीआईटी

कॉलेज में सभी टीचर क्वालीफाइड हैं। उन्हें क्वालिफिकेशन के आधार पर ही रखा जाता है। आधार कार्ड से लेकर अन्य सभी डॉक्यूमेंट को वेरिफाई करके रखा जाता है।

डॉ। एसके सिंह, रजिस्ट्रार, एमआईईटी

Posted By: Inextlive