Meerut , जेएनएन : किसानों ने गुरुवार दोपहर बाद एमडीए भवन के मुख्य द्वार पर अंदर से ताला लगा दिया और परिसर में धरना देकर बैठ गए। वेदव्यासपुरी, लोहियानगर व गंगानगर के किसानों का कहना था कि कुछ किसानों को अतिरिक्त प्रतिकर के रूप में चेक मिलना था और कुछ को प्लॉट मिलने थे। कई बार आश्वासन के बाद भी प्लॉट की सूची तैयार नहीं हुई।

लोग हुए परेशान

मुख्य द्वार पर ताला लगने से बैंक व अन्य काम से आने वाले लोग परेशान हो उठे। इसी परिसर में इलाहाबाद बैंक समेत कई विभागों के कार्यालय भी हैं। बाद में एमडीए ने कैंटीन की तरफ हमेशा बंद रहने वाला गेट खुलवा दिया और वहां से लोगों की आवाजाही शुरू हुई। धरना देने वालों में सुरेंद्र सिंह भड़ाना, पोपीन प्रधान, राहुल कुमार, मुकेश कुमार, नरेश कुमार, सुनील चौधरी, मुस्तफा, विकास आदि शामिल रहे।

काम कराएंगे बंद

किसानों ने ऐलान किया कि वे एमडीए में ताला लगाए रखेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोहियानगर आदि में फ्लैट बन रहे हैं, उसका कार्य रुकवा देंगे। वेदव्यासपुरी में आइटी पार्क का निर्माण चल रहा है, उसे भी बंद करा देंगे।

बातचीत से बनी बात

किसानों ने शुक्रवार को एमडीए के सभी कक्षों में ताला लगाने की चेतावनी भी दी थी, हालांकि देर शाम एमडीए सचिव प्रवीणा अग्रवाल के साथ अधिकारियों की बातचीत और बाद में विधायक सोमेंद्र तोमर की मौजूदगी में सचिव और किसानों की बातचीत के बाद धरना खत्म कर दिया गया। 19 नवंबर को किसानों की बातचीत एमडीए वीसी से कराने के वादे पर किसान शांत हुए।

यह है मामला

एमडीए की योजनाओं गंगानगर, वेदव्यासपुरी और लोहियानगर के लिए ली गई जमीनों पर अतिरिक्त प्रतिकर देने का भी वादा हुआ था। वर्ष 2015 के वादे के मुताबिक सहमति बनी थी कि कुछ किसानों को चेक से अतिरिक्त प्रतिकर का भुगतान कर दिया जाएगा और कुछ किसानों को 30 मीटर तक के प्लॉट दे दिए जाएंगे। 2019 में कुछ को चेक मिले, लेकिन उसके बाद से इस पर कोई प्रगति नहीं हुई।

Posted By: Inextlive