जागृति विहार एक्टेंशन में किसानों ने मांगा मुआवजा

Meerut। मंगलवार को आवास विकास में जमीन पर कब्जा लेने पहुंची आवास विकास की टीम को स्थानीय ग्रामीणों ने हंगामा कर खदेड़ दिया। आवास विकास के जेई ने किसानों को समझाया, लेकिन किसानों ने मुआवजा न मिलने तक जमीन पर कब्जा देने से मना कर दिया। इस दौरान जमीन की नपाई में लगे कर्मचारियों को किसानों धमकाकर भगा दिया। बाद में ईएक्सईएन ने किसानों को मुआवजे के मुद्दे पर बात करने के लिए कार्यालय में बुलाकर मामला शांत कराया।

स्कूल निर्माण के लिए

दरअसल जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 में आवास विकास और किसानों के बीच मुआवजे को लेकर विवाद चल रहा है। किसान मुआवजा दिए बिना जमीन खाली नही कर रहे हैं। इसी बीच मंगलवार को योजना के खण्ड 4 में स्कूल के निर्माण के लिए आवास विकास के जेई अन्य कर्मचारियों के साथ जमीन पर कब्जा लेने आये थे। जमीन का अधिगृहण करने के लिए जैसे ही टीम ने जमीन की नपाई शुरु की, आसपास के किसान मौके पर पहुंच गए। किसानों ने कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष रोहित गुर्जर के नेतृत्व में टीम का घेराव कर हंगामा कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि अभी आवास विकास से मुआवजे का विवाद नहीं निपटा है। ऐसे में बिना मुआवजा विभाग कब्जा लेना चाहता है। किसानों ने हंगामा करते हुए नपाई कर रहे कर्मचारियों को खेतों से भगा दिया। हंगामा होने पर जेई ने ईएक्सईएन को फोन पर मामले की जानकारी दी और रोहित गुर्जर से बात कराई। ईएक्सईएन प्रमोद सिंह ने किसानेां को बातचीत के लिए कार्यालय में बुलाने का समय देकर हंगामा शांत कराया।

नहीं हो रहा निपटारा

जाग्रति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 में आवास एवं विकास परिषद ने ग्राम काजीपुर, घोसीपुर, कमालपुर, सराय काजी व कस्बा मेरठ के किसानों की जमीन अधिग्रहण किया था। जिसमे काजीपुर, सराय काजी व कस्बा मेरठ के किसानों की 2012 से 6 प्रतिशत विकसित भूखण्ड ओर 666 रुपए प्रति वर्ग मीटर बढ़े हुए प्रतिकर कि मांग चली आ रही है। किसानों का आरोप है कि भूखण्ड ओर प्रतिकर देने के बजाय परिषद वाले बार-बार किसानों की फसल खड़ी जमीन को कब्जाने का आवास विकास का प्रयास किया जाता रहा है। कई बार किसानों और आवास विकास के अधिकारियों व कर्मचारियों में कब्जे को लेकर विवाद भी हुआ, लेकिन मुआवजा नही दिया जा रहा है। ऐसे में किसानों ने अब बिना मुआवजा कब्जा न देने का फैसला लिया है। इस दौरान बिल्लू सिंह, ज्ञानिन्दर भड़ाना, श्रीपाल, राजिन्द्र सिंह, ऋषभ चौहान, एस के शारुख, मोहित, सुमित सैनी, मनोज, विनोद आदि किसान मौजूद रहे।

किसानेां का मुआवजा दिया जा चुका है। जिस अतिरिक्त मुआवजे की मांग चल रही है, उसका निर्णय हमारे स्तर से नहीं होना है। जमीन आवास विकास की है।

प्रमोद सिंह, ईएक्सईएन

Posted By: Inextlive