निजी कंपनियों के माध्यम से शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाया जाएगा। इसके तहत निगम की कवायद ओर तेज हो गई है। मंगलवार को नगर निगम में तीन कंपनियों के प्रजेंटेशन की प्रक्रिया को आयोजित किया गया। इसमें शामिल तीन कंपनियों ने अपनी कार्यप्रणाली और काम के तरीके पर विस्तृत प्रस्तुति दी।

मेरठ, (ब्यूरो)। प्रजेंटेशन में तीनों कंपनियों को पात्र पाया गया है और उनके दस्तावेज मूल्यांकन के आधार पर जल्द ही फाइनेंशियल बिड खोली जाएंगी। संभवता दिसंबर अंत तक कूड़ा कलेक्शन का काम निजी कंपनी के हाथ में दिए जाने की संभावना है।

इन तीन कंपनियों ने लगाई बोली-
1. ओम स्वच्छता-
यह कंपनी वर्तमान में सूरत, भावनगर और अहमदाबाद जैसे शहरों में सॉलिड वेस्ट हैंडलिंग कर रही है और अयोध्या में भी इसी तरह का काम शुरू किया है।

2. चेन्नई एमएसडब्ल्यू पीवीआर लिमिटेड (रामकी)-
यह कंपनी एमएसडब्ल्यू हैंडलिंग और प्रोसेसिंग में भी एक विशेषज्ञ है और दिल्ली और भारत के कई अन्य शहरों में काम कर रही है।

3. बीवीजी इंडिया-
यह कंपनी भी विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है और राष्ट्रपति भवन और संसद में कचरा प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।

शत-प्रतिशत होगा कूड़ा कलेक्शन
इन कंपनियों के फाइनल हो जाने के बाद चयनित कंपनी डोर टू डोर कूड़ा गाड़ी के संचालन से लेकर मेंटीनेंस, चालक से लेकर सभी स्टाफ कंपनी के वेतन आदि का काम संभालेगी। इसके अलावा कंपनी ही घरों व प्रतिष्ठानों से डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रह के बदले यूजर चार्ज वसूल करेगी। इसके लिए तिमाही, छमाही और वार्षिक यूजर चार्ज का निर्धारित लक्ष्य पूरा करने पर प्रोत्साहन राशि दिया जाएगा। ये डोर टू डोर कूड़ा गाडिय़ां निगम की होंगी। कूड़ा गाडिय़ों का ईंधन ठेका कंपनी वहन करेगी। संचालन के लिए कंपनी अपना कार्यालय भी खोलेगी और इन सभी गाडिय़ों पर जीपीएस के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी ताकि कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था शहर के सभी 90 वार्डों के प्रत्येक घर से हो सके।


इस परियोजना में कलेक्शन के लिए गाडिय़ों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि सभी घरों से नियमित रूप से कूड़ा एकत्र हो सके। साथ ही डोर टू डोर संग्रह को मजबूत करने और आईसीटी के उपयोग के माध्यम से उनकी सख्त निगरानी भी की जाएगी।
- मनीष बंसल, नगरायुक्त

Posted By: Inextlive