मेरठ कैंट में वित्तीय समस्या के कारण नहीं हो सके हैं कुछ आवश्यक कार्य

अधिकारी बोले, इस बार कुछ खास योजनाओं पर होगा कार्य

इस बार नंबर वन आने के लिए की जाएगी पूरी कवायद

Meerut। देश की 62 छावनियों में एक बार फिर से मेरठ कैंट ने बडी उपलब्धि तो हासिल की है, स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के घोषित परिणामों में मेरठ कैंट को सबसे स्वच्छ कैंटोमेंट में तीसरा स्थान मिला है। हालांकि ये रैंक 2019 में दूसरे नम्बर पर थी। ऐसे में विभाग के आलाधिकारी से लेकर सभासद भी इसका कारण स्थितियों व फाइनेंशियल समस्या बता रहे हैं। उनके अनुसार अब कमियों को दूर करके अगले साल नंबर वन आएंगे।

कर पाएंगे अगली बार

कैंट अधिकारियों के अनुसार वित्तीय संसाधन की कमी की वजह से मेरठ कैंट अभी ओडीएफ प्लस में आगे नहीं बढ़ पाया है। इसके बावजूद स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के अन्य मानकों को पूरा करने का प्रयास किया है। अधिकारियों के अनुसार अभी वित्तीय समस्याओं के चलते पीछे रह गए है, वरना पहले नंबर पर ही होते, अगले साल के लिए कुछ खास प्लानिंग कर रहे हैं, जो फाइनेंशियल समस्याओं को पूरा करें, इनको अभी साझा नहीं किया जा सकता है जब तक प्लानिंग पर होमवर्क न हो जाए।

गंदगी से मुश्किल

कैंट में सदर दुर्गाबाड़ी, लालकुर्ती, कंकरखेड़ा रोड, रविंद्रपुरी, रजबन, मछेरान सहित तमाम ऐसी गलियां है जहां गंदगी सबसे बड़ी समस्या है.यहां जगह जगह कूडे़ के ढेर है, कुछ गलियों पर बनी सडकें भी टूटी हैं।

इस बार चुनौतीपूर्ण स्थिति रही है, यह खुशी की बात है कि लगातार दूसरी बार मेरठ कैंट टॉप थ्री में आया है स्वच्छता एक सतत प्रक्रिया है, इसमें जनता का सहयोग जरूरी है, हां पहले दूसरे नंबर पर था, अब तीसरे पर है। कुछ फाइनेंशियल समस्याएं है, अगर वो न होती तो पहले नंबर पर होते। इनके लिए भी योजना बनाने की तैयारी चल रही है।

- प्रसाद चव्हाण, सीईओ, कैंट बोर्ड मेरठ

Posted By: Inextlive