नय्यर संस के मालिक की पत्नी से कॉल कर मांगी गई थी 25 लाख रूपये की रंगदारी

गर्लफ्रेंड ने गगनदीप को छोड़ गुरुजोत से की दोस्ती तो बौखला उठा गगनदीप, रंगदारी के बाद गुरुजोत की हत्या की बना डाली प्लानिंग

चार आरोपी अब तक गिरफ्तार, जिनमें से दो को मुठभेड़ में लगी गोली, जबकि दो चल रहे फरार

Meerut। कपड़ा कारोबारी से 25 लाख रूपये की रंगदारी के मामले में पुलिस ने रविवार रात को खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। रविवार को मुठभेड़ में दो आरोपियों के पैर में गोली लगी। पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।

ये है मामला

लालकुर्ती में जवाहर क्वार्टर के रहने वाले सतनाम सिंह नैय्यर का कपड़े का कारोबार है। बीते मंगलवार को सतनाम सिंह की पत्नी मनमोहन कौर पर कॉल आया था, जिसमें बदमाशों के द्वारा पच्चीस लाख रूपये की रंगदारी मांगी गई थी। रकम न मिलने पर बेटे का अपहरण कर जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। इस मामले में लालकुर्ती पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने सख्त कार्रवाई की मांग की थी।

पुलिस को मिली सूचना

लालकुर्ती पुलिस को रात को सूचना मिली कि कुटिया चौराहे के पास से दो बदमाश जा रहे हैं, जिन्होंने कपड़ा व्यापारी से रंगदारी मांगी थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की घेराबंदी की तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में मोनू निवासी ऊंचा-नीचा कस्बा दौराला और सागर उर्फ सोनू निवासी दयानंदपुरी दौराला के पैर में गोली लग गई। इनके दो साथी निखिल निवासी तिगरी मवाना और विवेक फरार होने में कामयाब हो गए। पुलिस ने सोनू, मोनू के साथ-साथ मुख्य साजिशकर्ता गगनदीप और सागर अहलावत को भी गिरफ्तार कर लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।

ऐसे बनी था प्लानिंग

एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि गगनदीप सिंह निवासी जामुन मोहल्ला लालकुर्ती के भाई और मुख्य साजिशकर्ता ने पूछताछ में बताया कि वह दिल्ली की एक लड़की से प्यार करता था। एक वर्ष पूर्व दिल्ली में दोस्त गुरुजोत सिंह उर्फ सहज को अपनी फ्रेंड से मिलवाया था। जिसके बाद वह लड़की गगनदीप से दोस्ती छोड़कर गुरुजोत सिंह उर्फ सहज से प्यार करने लगी। इस बात से गगनदीप को ठेस पहुंची और उसने गुरुजोत सिंह उर्फ सहज को जान से मारने की ठान ली। गगनदीप सिंह शॉप्रिक्स माल के पास मोहकमपुर में एक फैक्ट्री में रंग बनाने का केमिकल सप्लाई करता था। उसका परिचय विवेक निवासी खालिदपुर फलावदा से हो गया। विवेक हत्या के मामले में पहले जेल जा चुका है, जिसके बाद छुटकर आया था। गगनदीप ने विवेक को अपनी बात बताई और विवेक ने कहा कि इस काम के लिए काफी लोगों की जरूरत है, मैं अकेला नहीं कर सकता हूं। जिसके बाद विवेक ने जेल में उसके साथी रहे सागर अहलावत निवासी मनोहरपुरी दौराला, निखिल निवासी ग्राम तिगरी मवाना से गगनदीप को मिलवाया। विवेक ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने गुरुजोत सिंह के घर वालों से रंगदारी मांगने के बाद गुरुजोत की हत्या करने की प्लानिंग बनाई। सागर अहलावत ने मोबाइल लूटने वाले मोनू और सागर उर्फ सोनू से एक सिम की व्यवस्था करने को कहा। आठ जून को सभी आरोपी सागर अहलावत के घर गए। जिसके बाद यहां से नीलकंठ यूनिवर्सिटी के गेट के पास पल्लवपुरम से गुरुजोत सिंह की मां के नंबर पर विवेक द्वारा फोन कर रंगदारी मांगी गई थी।

गगनदीप ने चलवाई थी गोली

एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि एक साल पहले सहज पर फायरिंग की गई थी। यह भी गगनदीप ने ही कराई थी। इस मामले की जांच दोबारा से शुरू कराई जाएगी। इसके लिए एक अलग टीम का गठन किया जा रहा है ताकि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो सके। यह मामला खुल नहीं सका था।

कहीं पुलिस ने केस को घुमा तो नहीं दिया?

शहर की कानून व्यवस्था पहले से ही बिगड़ी हुई है, ऐसे में रंगदारी का मामला पुलिस प्रशासन के ऊपर कई सवाल खड़े कर रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि रंगादारी का मामला दबाने के लिए पूरी घटना को लड़की के मामले से जोड़ दिया गया हो। प्रेस कांफ्रेंस के बाद इस तरह की चर्चाएं होती रहीं।

Posted By: Inextlive