आज सुबह 7 बजे से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर भरें फर्राटा
सुबह 7 बजे से शुरू एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का संचालन
एक हफ्ते के अंदर शुरू हो जाएगी टोल वसूली Meerut। करीब छह साल के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर आखिरकार वाहनों का संचालन गुरुवार सुबह 7 बजे शुरू हो गया। दरअसल, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की ओर से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को शुरू करने की मंजूरी मिलने के बाद इसे एक अप्रैल को आमजन के लिए खुलेगा। इससे पहले मंगलवार को इसे ट्रायल के लिए खोला गया था। इस एक्सप्रेस-वे के चालू होने से मेरठ से दिल्ली का सफर 60 मिनट में और मेरठ से गाजियाबाद का सफर 30 मिनट में पूरा होगा। मुफ्त सफर का लाभदिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे चालू होने के बाद मेरठ से दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड़, शामली, मुजफ्फरनगर के साथ ही उत्तराखंड के लोग भी इसका लाभ उठा सकेंगे। कुल मिलाकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड की कनेक्टिविटी के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होगा। एक्सप्रेस-वे पर करीब एक हफ्ते के अंदर टोल वसूली भी शुरू हो जाएगी। हालांकि अभी टोल दरें निर्धारित नहीं की गई हैं। वहीं टोल वसूली से पहले लोग एक्सप्रेस-वे पर मुफ्त सफर का लाभ उठा सकेंगे।
छह साल का इंतजारदिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस प्रोजेक्ट पर मंथन 2008 में शुरू हुआ था। इसके बाद केंद्र में 2014 में भाजपा सरकार आने के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के निर्माण की कवायद तेज हो गई। फिर 2015 दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखकर प्रोजेक्ट का काम शुरू करा दिया। शुरुआत में यह प्रोजेक्ट नवंबर 2019 में पूरा होना था लेकिन तकनीकी कारणों और फिर कोरोना संक्रमण के चलते प्रोजेक्ट 2021 में जाकर पूरा हुआ।
एक्सप्रेस-वे पर यह मिलेगी सुविधाएं ओवरस्पीड पर नजर रखेंगे 170 सीसीटीवी। कैमरों से गाड़ी की स्पीड से लेकर गाड़ी में अंदर बैठे यात्री तक पर एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया)की नजर रहेगी। नियम उल्लंघन पर चलती गाड़ी का ही कटेगा टोल। हर 8 से 10 किमी की दूरी पर लगाए गए हैं स्पीड मॉनिटर डिस्प्ले। टोल वसूली से पहले एक्सप्रेस-वे पर फ्री होगा वाहनों का संचालन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को मंगलवार देर शाम को ट्रायल के लिए खोल दिया गया था। पूरे तरीके से आमजन के लिए एक्सप्रेस-वे 1 अप्रैल की सुबह 7 बजे चालू होगा। मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक, एनएचएआई