परतापुर से लूट के दो मोबाइल बरामद, दिल्ली में बैठकर खरीद रहा था लूट के मोबाइल का धंधा

कंकरखेड़ा से गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहा था शरद और अमरीश गिरी

Meerut। अंतरराष्ट्रीय गैंग के सरगना शरद गोस्वामी और अमरीश गिरी के पास से परतापुर में लूट के दो मोबाइल बरामद हुए हैं। साथ ही अन्य लूट की घटनाओं के मोबाइल भी बरामद करने की कोशिश की जा रही है। माना जा रहा है कि जेल से छूटने के बाद शरद दिल्ली में बैठकर फिर से मोबाइल लुटेरों के गैंग को संचालित कर रहा था।

ये है मामला

ब्रह्मापुरी के रहने वाले शरद गोस्वामी को कंकरखेड़ा पुलिस ने साथी अमरीश गिरी निवासी माधवपुरम के साथ कचहरी के बाहर से पकड़ लिया था। गैंगस्टर के मुकदमे में शरद और अमरीश वांछित चल रहे थे। दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने बताया कि शरद गोस्वामी ने पूछताछ में बताया कि दिल्ली में बैठकर वेस्ट यूपी में लूटे मोबाइलों की खरीदारी कर रहा था। परतापुर में दो लूट की घटनाओं में लूटे दो मोबाइल भी पुलिस ने शरद गोस्वामी के पास से बरामद किए है। शरद गोस्वामी को पुलिस ने अक्टूबर 2019 में छह साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। शरद गोस्वामी देश के कई राज्यों में लूटे हुए मोबाइल की खरीदारी करने के बाद विदेश में बेच देता था। जेल से जमानत पर छूटने के बाद शरद गोस्वामी ने फिर से लूटे हुए मोबाइल खरीदने का धंधा शुरू कर दिया। पुलिस फिर से शरद गोस्वामी के बैंक खातों की भी जांच कर रही है। माना जा रहा है कि शरद ने फिर से कई राज्यों में गैंग तैयार कर लिया था। पुलिस शरद के गैंग के बाकी सदस्यों की भी धरपकड़ करेगी।

शरद गोस्वामी ने फिर से लूट के मोबाइल खरीदारी शुरू कर दी थी। पुलिस ने फिलहाल उसे गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में जेल भेजा है। साथ ही परतापुर की दो लूट की घटनाओं में भी आरोपी बनाया है।

अजय साहनी, एसएसपी

बिलाल का गुर्गा रहा है शरद

शरद गोस्वामी पांच साल पहले बिलाल का गुर्गा रहा था। बिलाल के साथ शरद 500 रुपये की दिहाड़ी पर काम करता था। बिलाल की हत्या के बाद शरद ने उसके गैंग की कमान संभाली थी। उसने अपने गैंग में 100 बदमाश जोड़ लिए, जो मुंबई दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान मोबाइल लूट और चोरी करती थे। जेल से छूटने के बाद फिर से मोबाइल का काम शुरू कर दिया था।

Posted By: Inextlive