Meerut : जिस चीज का डर था वही हुआ. आर्मी सुरक्षा के नाम पर एक और गेट तोहफे के रूप में देने जा रही है. ये गेट वेस्ट एंड रोड फिनिश होते ही राइट टर्न पर लगेगा. इस रोड को साउथ एंड रोड कहते हैं. गेट लगते ही एमएच रोड और सिटी स्टेशन से कनेक्टिविटी पूरी तरह से बंद हो जाएगी. गेट को लेकर सुबह भूसा मंडी व्यापार संघ ने हंगामा करने के साथ आर्मी के निर्माण कार्य को रोक दिया. इसके बाद आर्मी ऑफिशियल ने व्यापारियों के साथ मीटिंग की. इस मीटिंग में एसपी सिटी और एडीएम सिटी भी मौजूद थे.


सुबह हुआ हंगामा जब सुबह साउथ एंड रोड पर आर्मी ने दीवार बनाने का काम शुरू किया तो भूसा मंडी के लोगों ने पहुंचकर काफी हंगामा किया। पब्लिक ने कहा कि यहां दीवार या गेट बनने से लोगों का रास्ता काफी बाधित होगा। रोहटा रोड और सिटी स्टेशन जाने में लोगों काफी तकलीफें होंगी। वहीं भूसा व्यापार के संघ के लोगों ने कहा कि यहां व्यापारियों के हैवी व्हीकल गुजरते हैं। गेट लगने से व्हीकल को काफी लंबे रूट से जाना होगा। हंगामे के बाद सब एरिया के एडम कमांडेंट आरके शर्मा भी पहुंचे। वहीं एडमिनिस्ट्रेशन से एडीएम सिटी और एसपी सिटी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत कराने की काफी कोशिश की। इसके बाद भूसा व्यापार संघ को शाम को सब एरिया में मीटिंग के लिए बुलाया गया। आर्मी का पक्ष - साउथ एंड रोड को पूरी तरह से गेट लगाकर बंद किया जाएगा।


- यहां से कोई हैवी व्हीकल को प्राइवेट व्हीकल की एंट्री एग्जिट नहीं होगी। - काली पलटन मंदिर मार्ग को वाहनों के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाएगा।

- सर्वत्र चौक से हनुमान चौक(सर्कूलर रोड), काली पलटन मंदिर से वेस्ट एंड रोड(शनि मंदिर रोड), और इको पार्क रोड जो एमएच और वेस्ट एंड रोड की कनेक्टीविटी को बरकरार रखेगा।  

- स्कूली बच्चों, स्कूली बस, इमरजेंसी व्हीकल्स, राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारी और कर्मचारी को पास देखकर एंट्री की जाएगी। - भूसा मंडी रोड जो दिल्ली रोड से कनेक्ट होती है उसके बीच के पूरे एंक्रोचमेंट को समाप्त किया जाए। व्यापारियों का पक्ष - गेट लगने से उनके व्हीकल रोहटा की ओर से सीधे नहीं जा सकेंगे। - अगर वेस्ट एंड रोड की ओर भी जाएं तो कट इतना छोटा कि वहां से ट्रक  नहीं जा सकेंगे। - अगर ट्रक को काफी लंबा रास्ता तय करेगा तो भूसे के रेट तो 20 फीसदी बढ़ेंगे।  - सुरक्षा की दृष्टि के नाम पर इस तरह से गेट लगाना काफी गलत है। प्रशासन का पक्ष - गेट को कमर्शियल व्हीकल को न खोलकर सिर्फ प्राइवेट व्हीकल के लिए खोल दिया जाए। - अगर जरुरत पड़ेगी प्रशासन अपनी सुरक्षा पिकेट लगाने को तैयार है। पुलिस का पक्ष - अगर गेट लगाने के बाद स्कूल के बच्चों और उनके व्हीकल को जाने दिया जाएगा तो ठीक है। - स्कूल में बच्चों को दिन में लेने आने वाले पेरेंट्स के व्हीकल को भी छोड़ दिया जाए।
- जब तक भूसा मंडी रोड का एंक्रोचमेंट नहीं हटता तक तब तक हैवी व्हीकल को जाने दिया जाए। 'हमें कुछ ऐसे इनपुट्स मिलें हैं जिसके कारण वहां गेट लगाना काफी जरूरी है। खासकर हैवी व्हीकल 22 डिव हेडक्वार्टर से होकर गुजरते हैं। वहीं वहां से हैवी ट्रक के थ्रू इलीगल सामान की स्मगलिंग भी होती है। आने वाले समय में वॉच किया जाएगा। जिस तरह से आरए बाजार गेट तोपखाना गेट को पूरी तरह से पब्लिक के लिए खोला गया है। वैसे ही ये भी गेट खोल दिया जाएगा.'- मेजर जनरल वीके यादव, जीओसी, पश्चिम यूपी सब एरिया 'जहां तक आर्मी की सिक्योरिटी की बात है तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं। न हम उनके इनपुट्स जानने का राइट्स रखते हैं। जिस तरह से वो बच्चों के लिए आने जाने की बात रहे हैं तो इसमें कही गलत है.'- ओमप्रकाश सिंह, एसपी सिटी 'ये आर्मी की सिक्योरिटी रीजंस की बात है। मैं इस पर अपनी कोई टिप्पणी करना जरूरी नहीं समझता हूं.'- एसके दुबे, एडीएम सिटी 'हम आर्मी के फैसले से संतुष्ट नहीं है। व्यापारियों को अपने व्हीकल को काफी घुमाकर ले जाना होगा, जिससे डीजल ज्यादा लगेगा और भूसे के रेट बढ़ेंगे। भूसे के रेट बढ़ेंगे तो दूध के रेट अपने आप बढ़ जाएंगे.'
- रोहित मलिक, महामंत्री, भूसा मंडी व्यापार संघ रात को गेट का निर्माण शुरू वहीं आर्मी ने देर रात को गेट के निर्माण के आदेश कर दिए है। एडम कमांडेंट आरके शर्मा की मानें तो गेट सुबह तक बनकर तैयार खड़ा हो जाना चाहिए है। ताकि अगले दिन से वहां से किसी व्हीकल को आने जाने न दिया जाए।

Posted By: Inextlive