-गर्डर लां¨चग के बाद छत डालकर उस पर बनेगा एक्सप्रेस-वे

Meerut : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के मेरठ-डासना खंड में डासना का 700 मीटर का एलिवेटेड स्ट्रक्चर बेहद महत्वपूर्ण है। यह जब तक नहीं बन जाता तब तक एक्सप्रेस-वे के डासना से दिल्ली वाले खंड में जुड़ नहीं पाएगा। बहरहाल, किसानों के अवरोध के बावजूद प्रगति का समाचार यह है कि एलिवेटेड स्ट्रक्चर का 60 फीसद काम पूरा हो गया है।

गर्डर की ला¨चग हुई

एलिवेटेड स्ट्रक्चर पर छह लेन का एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए सभी पिलर बना लिए गए हैं। अब उस पर गर्डर ला¨चग की जा रही है। एक पिलर से दो पिलर के बीच की दूरी 25 से लेकर 35 मीटर तक है। एक तरफ तीन लेन का एलिवेटेड स्ट्रक्चर बन रहा है वहीं उसी के पास तीन का अलग स्ट्रक्चर। दो-दो पिलर के जोड़े पर गर्डर रखे जा रहे हैं। गर्डर रखे जाने के बाद उस पर छत डाली जाएगी। फिर कंक्रीट आदि डालकर एक्सप्रेस-वे बना दिया जाएगा। इसी से रेलवे ओवरब्रिज भी जुड़ा हुआ है। हालांकि रेलवे ओवरब्रिज पर गर्डर लां¨चग के बाद छत भी डाल दी गई है। एक्सप्रेस-वे को शुरू करने की समय सीमा 31 दिसंबर है, उसी समय सीमा तक इसे भी पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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फोटो 1201 या 1202-डासना में 700 मीटर का एलिवेटेड स्ट्रक्चर है निर्माणाधीन

फोटो कैप्शन : डासना में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के एलिवेटेड स्ट्रक्चर के लिए पिलर के बीच रखे जाते गर्डर। सौ। कार्यदायी कंपनी

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एक्सप्रेस-वे के किनारे सर्विस रोड बनाने को भेजे डिजाइनर

जेएनएन मेरठ : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के मेरठ-डासना खंड में अछरौंडा में सर्विस रोड बनाई जाएगी। कुछ समय पूर्व ही इसके लिए एनएचएआइ ने किसानों से वादा किया था। इसी कार्य के लिए एनएचएआइ ने डिजाइनर भेजा है। डिजाइनर यह देखेंगे कि वर्तमान में एक्सप्रेस-वे व उसके किनारे की जमीन पर कार्य करने के लिए जो डिजाइन बनाई जा चुकी है या फिर कार्य हो चुके हैं। फिर भी नए सिरे से सर्विस रोड किस तरह से बनाई जाए। दरअसल, नए सिरे से डिजाइन में परिवर्तन करना पड़ेगा। दरअसल, वादे के अनुसार अछरौंडा में अंडरपास के नजदीक से रेलवे ओवरब्रिज तक 800 मीटर लंबी सर्विस रोड दोनों तरफ बनेगी। सर्विस रोड की चौड़ाई 3.50 मीटर होगी। अब तक जो डिजाइन थी उसके अनुसार एक्सप्रेस-वे के किनारे की जमीन पर पौधे रोपे जाते और खेतों की तरफ दीवार खड़ी की जाती। पेड़ और दीवार अभी भी रहेंगे पर उस जमीन में से दोनों तरफ 3.50 मीटर जमीन का त्याग करना पड़ेगा। क्योंकि अब सर्विस रोड के लिए भूमि अधिग्रहण होगा नहीं।

Posted By: Inextlive