Meerut : छोटे निर्माणों पर कार्रवाई के लिए गत कैंट बोर्ड की साधारण बैठक में निशाने पर आए सीईओ डॉ. डीएन यादव ने उपाध्यक्ष समेत सभी सदस्यों को पत्र लिखकर कहा है कि क्षेत्र में हो रहे अवैध व्यावसायिक निर्माणों की अगर वे सूची मुहैया कराते हैं तो कैंट बोर्ड बगैर समय लगाए उन पर भी उतनी ही तीव्रता से कार्रवाई करेगी जितनी तेजी से फिलहाल किया जा रहा है. सीईओ ने पत्र में यहां तक स्पष्ट कर दिया है कि सदस्य चाहें तो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से यह जानकारी दे सकते हैं.


व्यवसायिक निर्माण की दें सूचना 24 सितंबर को बोर्ड बैठक में वार्ड-6 के मेंबर जगमोहन शाकाल द्वारा यह कहा जाना कि सिर्फ छोटे-छोटे अवैध निर्माण तोड़े जा रहे हैं, बड़े अवैध निर्माणों को नहीं गिराया जा रहा है, के संबंध में पत्र लिखकर सीईओ ने कहा है कि वर्तमान में बन रहे हर प्रकार के अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण को निर्माण के आरंभिक चरण में ही तोड़ा जा रहा है। इसमें छोटे या बड़े का कोई आधार नहीं है। अगर सदस्य के संज्ञान में कोई बड़ा अवैध निर्माण है तो वे इसकी सूचना अधिकारी या कार्यालय को दें, समुचित कार्रवाई तुरंत की जाएगी।हो रही है तत्काल कार्रवाई
पत्र में यह भी कहा गया है कि वर्तमान में किसी बी-3 भूमि पर मौजूद मरम्मत योग्य संरचना में मामूली मरम्मत हेतु आवेदन आने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। मौके पर ही वैध लीजधारी या एचओआर को बता दिया जाता है कि भवन नक्शे की स्वीकृति की आवश्यकता है या छावनी अधिनियम की धाराओं के अधीन न आने वाले मरम्मत कार्य हेतु स्पष्ट कर दिया जाता है।

Posted By: Inextlive