Meerut : सब्जियों के रेट में वक्त और जगह के मुताबिक अंतर होता है. कपड़े के रेट में मार्केट और शॉप के अनुसार वैरिएशन मिलेगा. प्लॉट या घर का रेट लोकेशन के हिसाब से होगा. मगर क्या इसी तरह गोल्ड का रेट भी अलग-अलग होगा? जी हां मेरठ के सर्राफा बाजार में आप जितनी दुकानों पर जाएंगे उतना ही अंतर आप कीमतों में पाएंगे. यहां रेट इंटरनेशनल मार्केट से नहीं बल्कि दुकानदारों की मर्जी से कंट्रोल होता है. आपको ज्वैलरी की कीमत डिस्पले बोर्ड के अनुसार बताई जाएगी और इसका रेट हर दुकान पर अलग मिलेगा...


ज्वैलरी खरीदनी है तो ये भी जान लें जब आप अपने घर से गोल्ड ज्वैलरी खरीदने के लिए निकलते हैं तो क्या आपको उस दिन के गोल्ड रेट की जानकारी होती है। शायद नहीं, दुकान में पहुंचने पर आप पूछताछ करेंगे और सर्राफ डिस्प्ले बोर्ड की ओर इशारा कर आपको रेट बताएगा। आप उसी को फाइनल मानकर ज्वैलरी की खरीदारी करेंगे। क्या आपको पता है कि यहां आपके साथ धोखा हो रहा है। जो रेट आपको बताया जा रहा है वो गलत भी हो सकता है। इन दिनों गोल्ड रेट में फ्लकचुएशन हो रहा है और इसका नाजायज फायदा सर्राफा व्यापारी उठा रहे हैं। आइए आपको भी बताते हैं कैसे?ये कैसा अंतर?


आई नेक्स्ट ने रविवार को अलग-अलग दुकानों में जाकर गोल्ड रेट की पड़ताल की। पड़ताल में काफी शॉकिंग फैक्ट्स सामने आए। सभी दुकानों के गोल्ड के रेट में अंतर देखने को मिला। ये अंतर क्यों था, इस बारे मे कोई भी कुछ भी कह नहीं सका। सभी ने अपने रेट को पुख्ता बताया। दुकानों में 24 कैरेट के प्रति 10 ग्राम गोल्ड का रेट में अधिकतम अंतर 1240 रुपए और न्यूनतम अंतर 50 रुपए का था। किसी दुकान पर 26 हजार 600 रुपए था तो किसी दुकान पर 26 हजार 700 तो किसी दुकान पर 26 हजार 650 रुपए था। फैल गया है भ्रम दुकानों में गोल्ड रेट के अंतर मिलने से ग्राहकों के मन काफी भ्रम फैल गया है। ये भ्रम दुकानदारों ने अपने निजी फायदे के लिए ही ग्राहकों में फैलाया है। क्योंकि कोई भी ग्राहक अपनी पसंद का सामान खरीदने के लिए दो-तीन दुकानों में जरूर जाता है। जहां उसे अपने पसंद का दूसरी दुकान से सस्ता मिलता है वहीं से ही खरीदता है। जिसका गोल्ड रेट अधिक होता है, वो कम गोल्ड रेट वाले की प्योरिटी पर सवाल करता है और जिसका गोल्ड रेट कम होता है, वो अधिक रेट वाली शॉप को महंगा बताया है।फ्लकचुएशन हैं कारणदुकानदारों की माने तो गोल्ड रेट में अंतर किसी और वजह से नहीं सिर्फ गोल्ड में लगातार हो रहे फ्लकचुएशन के कारण हैं। हर मिनट और हर सेकंड में गोल्ड के रेट में डिफरेंस देखने को मिलता है। इसलिए ऐसा हो रहा है। और हर मिनट और सेकंड में गोल्ड  के रेट को डिस्प्ले बोर्ड पर चेंज करना मुमकिन नहीं है। इसलिए हर दुकान पर रेट में डिफरेंस देखने को मिल सकता है। वैसे ऐसा होना नहीं चाहिए। कैसे उठाया जाता है फायदा?

इस फ्लकचुएशन का फायदा व्यापारी कैसे उठाते हैं? आइए आपको बताते हैं। अगर कोई ग्राहक दुकानदार के पास ज्वैलरी खरीदने के लिए आता है तो डिस्प्ले बोर्ड पर जो रेट होता है व्यापारी उसी रेट पर बेचते हैं। भले ही गोल्ड का रेट डिस्प्ले बोर्ड पर लिखे रेट से कम क्यों न हो। डिस्प्ले बोर्ड पर रेट को मैनुअली चेंज किया जा सकता है तो हर दुकानदार अपने हिसाब से रेट को सेट करता है, जिस पर किसी को कोई शक भी नहीं होता है। आखिर कहां से आता है रेट?अगर आप सोच रहे हैं कि गोल्ड का रेट कहां से आता है तो हम आपको बता दें कि गोल्ड रेट दो जगहों से जनरेट होता है। दिल्ली और मुंबई से आने वाले रेटों को एमसीएक्स से जारी किया जाता है। उसके बाद मेरठ में आता है। उसी हिसाब से मेरठ बुलियन ट्रेडर्स भी सुबह 12 बजे अपना रेट मार्केट को ड्रिस्टीब्यूट करते हैं, जो शाम को 7:30 बजे तक चलता है। बुलियन ट्रेडर्स से रजिस्टर्ड सर्राफा व्यापारी उसी रेट पर पूरे दिन गोल्ड ज्वेलरी बेच सकते हैं, लेकिन अमूमन ऐसा नहीं हो रहा है। 100 से 1500 रुपए का अंतर

एमसीएक्स गोल्ड रेट में आ रहे फ्लकचुएशन से गोल्ड के रेट में काफी अतंर देखने को मिलता है। व्यापारियों की माने तो अगर गोल्ड के रेट में गिरावट आती है तो 100 रुपए से 1500 रुपए तक की गिरावट देखने को मिलती है। अगर गोल्ड तय रुपए से ऊपर जाता है तो 50 रुपए से 1200 रुपए तक ऊपर अधिकतम जाता है। गोल्ड रेट में फ्लकचुएशन जिस तरह से फायदा लोगों को मिल रहा है तो दुकानदार भी इसका फायदा उठाने में चूक नहीं रहे हैं।'अगर किसी को गोल्ड के रेट में किसी तरह की शंका होती है तो उसका पता करने के लिए शहर सर्राफा के पंचायती धर्मकांटा से पता कर सकते हैं। वैसे तो रेट इस तरह से अलग नहीं होने चाहिए.' - सर्वेश कुमार सर्राफ, सेक्रेटरी बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन'एमसीएक्स के रेट के बाद रुपए और डॉलर में अंतर देखा जाता है। उस अंतर को एमसीएक्स के रेट में जोड़ा जाता है। और बाद 150 रुपए और एड कर गोल्ड की मार्केट वैल्यू निकाली जाती है। इसमें हर दुकानदार का अधिकतम 50 रुपए का डिफ्रेंस हो सकता है। इससे ज्यादा का नहीं.'- दिनेश गोयल, महामंत्री, न्यू सर्राफा व्यापार एसोसिएशन
'आप सही कह रहे हैं कि ग्राहक एमसीएक्स, लोकल और ब्रांडेड के रेट में फर्क नहीं समझता है। उसे सामान से मतलब है वो भी वाजिब दामों में। फिर भी मैं यही कहना चाहूंगा कि हमारे यहां कंपनी से ही रोज रेट आते हैं। उसी रेट पर हम सामान को बेचते हैं.'- अभिषेक जैन, मैंनेजिंग डायरेक्टर, तनिष्क ज्वैलर्स 'रोज बुलियन ट्रेडर्स की ओर से व्यापारियों के लिए रेट खुलते हैं। उसी के हिसाब से सभी को सामान बेचना चाहिए। न तो उसके ऊपर और न ही नीचे जो भी ऐसा कर रहा है वो गलत है.'- नवीन जैन, डायरेक्टर, जैना ज्वैलर्सगोल्ड रेट के लिए कॉल करें 98370194489837009393

Posted By: Inextlive