नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण की वायरल वीडियो के मामले में एडीजी ने प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों एवं पूर्व में मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे अफसरों की इसमें भूमिका है।


मेरठ (ब्यूरो)। गौतमबुद्धनगर के एसएसपी वैभव कृष्ण की सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने देशभर में हलचल मच गई है। शुक्रवार को एडीजी प्रशांत कुमार ने पूरे प्रकरण में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि नोएडा के कप्तान ने गोपनीय पत्र वायरल कर अखिल भारतीय संविधान सेवाएं नियमावली का उल्लंघन किया, जिसके तहत उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। पांच आईपीएस अफसरों पर लगे आरोपों पर नोएडा के एसएसपी पहले ही शिकायत कर चुके थे। उनकी वायरल वीडियो के बाद उन पत्रों को वायरल कर शायद खुद का बचाव करना चाह रहे थे। दर्ज कराया गया है मुकदमा
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि 23 अगस्त को थाना बीटा-2 नोएडा में पांच तथाकथित मीडियाकर्मियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी। उक्त अभियुक्तों की कुछ अधिकारियों से संलिप्तता सामने आई थी, जिसमें एसएसपी वैभव कृष्ण ने दो पत्र जारी किए थे। एक पत्र शासन और दूसरा पत्र डीजीपी को भेजा गया है, जिसमें कतिपय अधिकारियों एवं कुछ अन्य व्यक्तियों के नाम भी शामिल हैं।एडीजी करेंगे मानीटरिंग


एडीजी जोन प्रशांत कुमार ने कहा कि इसी बीच कप्तान नोएडा से संबंधित वीडियो वायरल हो गई, जिसका मुकदमा सेक्टर 20 थाने में दर्ज किया गया, जिसकी विवेचना पुलिस अधीक्षक हापुड़ संजीव सुमन को दी गई है, जिसका सम्यक पर्यवेक्षण एडीजी रेंज आलोक सिंह करेंगे। विवेचना में साइबर क्राइम टीम एवं एसटीएफ को भी सहयोग करने के निर्देश दिए है। साथ ही गोपनीय पत्रों को बाहरी व्यक्तियों को अवगत कराने पर एसएसपी नोएडा से एडीजी रेंज द्वारा स्पष्टीकरण मांगा है। एडीजी ने बताया कि गोपनीय पत्रों को वायरल करने के पीछे कप्तान की मंशा क्या है? इसकी भी जांच की जा रही है। इस मामले की जांच भी हो रही है कि वीडियो फेक है या असली है, वीडियो कहां से बनाया गया, इसमें किस-किस का हाथ है? इन सब बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है।meerut@inext.co.in

Posted By: Inextlive