दिल्ली समेत वेस्ट यूपी में जगह-जगह एकांत में बना रखे है ठिकाने

ठिकानों पर चोरी के वाहनों से जीपीएस अलग कर कटान के लिए भेजते थे गोदाम

Meerut। हाजी इकबाल और उसके बेटों का वाहन चोरी के बड़े नेटवर्क का खुलासा सोमवार को पुलिस ने कर दिया। मगर अब पुलिस ने नेटवर्क की जड़ों को खंगालना शुरू कर दिया है। वहीं सोमवार को पुलिस की गिरफ्त में इकबाल कबाड़ी के बेटे अबरार से पूछताछ में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। पुलिस के मुताबिक अबरार ने बताया कि वह दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, मोदीनगर से वाहन चुराने के बाद आसापास जंगल में एकांत ठिकानों पर वाहनों से जीपीएस हटा देते थे। जिससे वाहन को ट्रेक न किया जा सके। इसके बाद वाहन को कटान के लिए गोदाम पर भेज दिया जाता था।

ये है मामला

एएसपी कैंट डॉ। ईरज राजा ने पटेल नगर में रहने वाले कबाड़ी हाजी इकबाल के यहां छापेमारी करके पांच लग्जरी वाहनों को पकड़ा था। इनकी एफएसएल टीम से जांच कराई गई तो पाया गया इनके इंजन और चेसिस नंबर घिसकर दूसरे चढ़ाए गए है। इस मामले में सदर बाजार पुलिस ने हाजी इकबाल, उसके बेटे अबरार, अफजाल और इमरान पर धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में सोमवार को 51 इंजन, 20 चेसिस और 30 ईसीएम के साथ अबरार को तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन हाजी इकबाल, अफजाल और इमरान अभी भी फरार चल रहे है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।

जंगलों में ठिकाने

पुलिस ने अबरार से पूछताछ की तो सामने आया कि इनका गैंग दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मोदीनगर और मेरठ में वाहनों को चोरी करता है। वहीं एकांत जगाहों पर गैंग ने ऐसे ठिकाने बना रखे हैं, जहां पुलिस की ट्रेकिंग से बचने के लिए वाहनों से जीपीएस को अलग किया जाता है। इसके बाद वाहन को गोदाम में कटान के लिए भेज दिया जाता था। अबरार ने बताया कि जीपीएस सिस्टम से संबंधित काम इमरान और अफजाल देखते थे। पुलिस का मानना है कि ठिकाने जंगल वगैराह में होने की वजह से वहां कुछ नहीं मिलेगा लेकिन अफजाल और इमरान के पकड़ में आने के बाद सैकड़ों जीपीएस सिस्टम बरामद हो सकते हैं। वहीं पुलिस का दावा है कि अबरार से पूछताछ कर जल्द उन सभी गोदामों तक पहुंचा जाएगा, जहां वाहन कटान किया जाता था। हाल तो पुलिस ने इस बिंदु को भी जांच में शामिल कर लिया है।

वेस्ट यूपी समेत कई इलाकों में गैंग ने एकांत जगहों पर ऐसे ठिकाने बना रखे थे, जहां पर चोरी के वाहन से जीपीएस अलग किया जाता था। अबरार से पूछताछ में यह बात सामने आई है। अबरार के भाई और पिता के पकड़े जाने पर जीपीएस भी बरामद किए जाएंगे।

डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ

Posted By: Inextlive