हस्तिानापुर विधायक के पक्ष में उतरे ग्राम प्रधान, एडीजी से मिले

निष्पक्ष जांच करने की मांग, कार्रवाई का आश्वासन

एडीजी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन, तब वापस लौटे प्रधान

Meerut। एडवोकेट ओमकार तोमर के सुसाइड प्रकरण को लेकर लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। बुधवार को कई गांवों के प्रधान व प्रधान संगठन के लोगों का प्रतिनिधि दल एडीजी जोन से मिलने पहुंचा। उन्होंने एडीजी से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने व प्रकरण की जांच पूरी होने तक गिरतारी नहीं करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि हस्तिनापुर विधायक पर आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत हैं। विधायक एक जनप्रतिनिधि है, किसी भी विवाद में उनका हस्तक्षेप जनता की भलाई के लिए ही होता है। एडीजी ने निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया, इसके बाद ही लोग वापस लौटे।

प्रतिनिधि मंडल ने सौंपा ज्ञापन

अधिवक्ता की आत्महत्या प्रकरण में उनके द्वारा तभी हस्तक्षेप किया गया था जब दोनों पक्षों ने सहमति दी थी। यह भी कहा गया कि प्रकरण में यह आरोप लगाए जा रहे है कि लड़की पक्ष के दबाव में अधिवक्ता ने आत्महत्या की जबकि अक्सर ऐसा देखने में आता है कि लड़के पक्ष के कारण लड़की पक्ष दबाव महसूस करता है, लेकिन यहां पर इसका बिल्कुल उलट है। प्रतिनिधि दल के लोग एडीजी से मिलने के बाद डीएम के पास पहुंचे और यहां पर भी अपनी मांग रखते हुए प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।

आरोपी संजय मोतला ने किया सुसाइड

गंगानगर के मीनाक्षीपुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर के सुसाइड प्रकरण में नामजद आरोपी दादरी गांव के संजय मोतला ने अपने खेत पर फांसी लगाकर बुधवार देर रात सुसाइड कर लिया। सुसाइड से परिवार के लोगों में कोहराम मच गया आनन -फानन में परिवार के लोग और ग्रामीण एकत्रित होकर घटनास्थल पर पहुंचे सूचना मिलने पर दौराला पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची लेकिन परिवार के लोगों और ग्रामीणों ने पुलिस को यह कहकर वापस भेज दिया कि मृतक ने पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर सुसाइड किया है जब तक एसएसपी घटनास्थल पर नहीं आएंगे वह शव को नहीं उतारेंगे।

ये है मामला

अधिवक्ता सुसाइड प्रकरण में मृतक को नामजद किया गया था बताया गया कि पिछले दो दिन से पुलिस की दबिश मृतक के घर पर लग रही थी मृतक की भाभी एवं मां को पुलिस ने उठा लिया था मानसिक रूप से प्रताडि़त होकर संजय मौतला बुधवार की देर रात अपने खेत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक गांव में पुलिस के अधिकारियों के पहुंचने की खबर नहीं थी इंस्पेक्टर दौराला किरण पाल सिंह का कहना है कि मृतक का नाम अधिवक्ता प्रकरण में नामजद था जिसने सुसाइड किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Posted By: Inextlive