स्वास्थ्य सेवाओं को मिली संजीवनी
बूस्टर बजट से पब्लिक और प्राइवेट हेल्थ सेक्टर की खिली बांछे
डॉक्टर्स बोले, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सबसे अच्छा बजट Meerut। कोरोना काल में हाफ चुकी स्वास्थ्य सेवाओं को वित्त मंत्री के बजट ने ऑक्सीजन की बूस्टर डोज देने का काम किया है। 2021-22 में बजट का स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पिछले बजट की तुलना में 137 प्रतिशत इजाफा हुआ है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि आम जनता को इससे सीधे फायदा मिलेगा वहीं आने वाले समय में देश इस सेक्टर में मजबूती से खड़ा हो पाएगा। चुनौतियों को निपटना आसानएक्सपर्ट्स के मुताबिक कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाएं काफी प्रभावित हुई हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, दवाइयां, डॉक्टर्स की कमी को देखते हुए इस बजट से हेल्थ सेक्टर में बूम आएगा। वहीं वैक्सीन, वायरोलॉजी लैब, हेल्थ सेंटर्स देश को आने वाले समय में किसी भी महामारी से लड़ने के लिए तैयार करेंगे। वैक्सीन में देश मजबूती से आगे बढ़ा है। वैक्सीन के अलग से बजट से देश की इकॉनोमी बेहतर होगी। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
देश में स्थापित होगा मॉडलपिछले बजट के मुकाबले 137 प्रतिशत अधिक बजट मेडिकल क्षेत्र को मिलना एक्सपर्ट्स की राय में कई मायनों में अह्म है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वेलनेस, वैक्सीन, इंफ्रा को मजबूत करने वाले बजट से इस सेक्टर में अलग मॉडल स्थापित होगा। इस बजट की खास बात ये है कि लोगों को सेहतमंद बनाने पर ज्यादा फोकस किया गया है। पहली बार हेल्थ बजट पर बड़ा फोकस अच्छी शुरूआत है। इससे विदेश नीति के साथ ही आíथक ढांचे को भी मजबूती मिलेगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसे सेहत वाला बजट भी कहा जा सकता है।