एनपीआर और एनआरसी की फैलाई अफवाह, कमरे में महिला समेत युवक को बंद कर की मारपीट

डब्ल्यूएचओ की टीम के साथ अभद्रता, आलाधिकारियों ने लिया संज्ञान

डकैती और छेड़छाड़ के आरोप में दर्ज हुआ मुकदमा, पुलिस दे रही दबिश

Meerut। क्या सीएए-एनआरसी का विरोध अब पुलिस के बाद आम जनता और सरकारी मशीनरी को झेलना होगा? मेरठ में एक बार फिर शुक्रवार स्थिति उस समय बिगड़ गई जब लिसाड़ीगेट थानाक्षेत्र के लक्खीपुरा में पल्स पोलियो टीम को यह कहते हुए बंधक बना लिया कि ये एनपीआर (नेशनल पापुलेशन रजिस्टर) वाले हैं। इन्हें मोदी सरकार ने भेजा है, महिला समेत एक युवक को मेडिकल की टीम ने बमुश्किल छुड़ाया। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने थाना लिसाड़ी गेट में दी तहरीर में बताया कि पूर्व में ऐसी घटनाएं मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में मेडिकल टीम के साथ पोलियो की दवा पिलाने के दौरान हुई हैं।

पीडि़त नर्स ने बयां की दास्तां

थाना लिसाड़ी गेट पुलिस को दी तहरीर में पीडि़त स्टाफ नर्स प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लखीपुरा नीतू ने पुलिस को बताया कि वो शुक्रवार को वो सपोर्ट स्टाफ दीपक के साथ मोहल्ला अलीबाग लखीपुरी में 5 साल से कम उम्र के बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो का ड्राप पिला रही थी। अलीबाग स्थित अक्शा मस्जिद के सामने स्थित एक घर में जब वो पोलियो की दवा पिलाने गई तो वहां महिलाओं ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने से मना कर दिया। जिस पर उसने बच्चों के नाम और पिता का नाम पूछा। महिलाओं ने जानकारी देने से मना करते हुए नीतू के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। इस दौरान घर से बाहर खड़े दो लड़के घर में घुस आए और सपोर्ट पर्सन दीपक का गिरेबान पकड़कर मारपीट शुरू कर दी। लड़कों ने दस्तावेज, पीली किताब और टेली शीट छीन ली और नीतू के साथ छेड़छाड़ कर दी। इस बीच कुछ लोग और जुट गए, जिन्होंने दोनों के परिचय पत्र छीनकर फेंक दिए और एक कमरे में बंद कर दिया।

टीम के साथ बदसलूकी

दीपक ने किसी तरह से प्रभारी चिकित्साधिकारी को फोन किया और घटनाक्रम की जानकारी दी, जिसके बाद प्रभारी चिकित्साधिकारी, डब्ल्यूएचओ की फील्ड मॉनीटर और स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। जब तक मेडिकल की टीम मौके पर पहुंची तब तक घटनास्थल पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ जुट गई जो उग्र हो रही थी। भीड़ में शामिल 150-200 लड़कों ने डब्ल्यूएचओ कर्मचारी समेत मेडिकल की टीम को घेर लिया और जमकर अभद्रता और छेड़छाड़ की। आरोप है कि इन लड़कों को इमरान नाम का व्यक्ति भड़का रहा था। डब्ल्यूएचओ कर्मी समेत मेडिकल स्टाफ ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया, जिसपर मास्टर इमरान ने एक बार फिर भीड़ को ललकारते हुए कहा कि ये लोग एनपीआर वाले हैं और मोदी सरकार के लिए डाटा जुटा रहे हैं। सरकार विरोधी नारेबाजी और गाली-गलौज भी यहां लोग टीम के साथ कर रहे थे।

इमरान ने कराया बवाल

प्रभारी चिकित्साधिकारी का आरोप है कि मास्टर इमरान, जो समीप ही एक स्कूल चलाता है, उसने बवाल कराया है। भीड़ को टीम के खिलाफ उकसाने और भड़काने का काम भी मास्टर इमरान कर रहा था। आरोप है कि मास्टर इमरान ने डाक्टर समेत मेडिकल टीम को जान से मारने की धमकी दी। और ऐलान किया कि हम पूरे शहर में दंगे करवा देंगे। 20 दिसंबर को हमने ही दंगा कराया था। किसी तरह से भीड़ के चंगुल से निकलकर टीम समर गार्डन पुलिस चौकी पहुंची। पुलिस ने नीतू की तहरीर पर आरोपी मास्टर इमरान समेत आधा दर्जन से अधिक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने पुलिस को बताया कि पूर्व में भी उनकी पोलियो मुक्ति अभियान की टीम के साथ एनपीआर के लिए सर्वे का आरोप लगाकर मुस्लिम बहुल इलाकों में मारपीट और घटनाएं हुई हैं।

डकैती में दर्ज हुआ मुकदमा

घटनाक्रम की संवेदनशीलता के मद्देनजर आलाधिकारी चौकन्ना हो गए। एसएसपी अजय कुमार साहनी ने थाना पुलिस से पूरे घटनाक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल की। और आदेश दिए कि आरोपियों के खिलाफ डकैती की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए, जिसके बाद इंस्पेक्टर थाना लिसाड़ी गेट प्रशांत कपिल ने आरोपी मास्टर इमरान समेत आधा दर्जन से अधिक अज्ञात के खिलाफ डकैती की धारा 395, छेड़छाड़ की धारा 354, गलत तरीके से प्रतिबंधित करने के आरोप में धारा 342 के अलावा मारपीट के आरोप में धारा 323, 504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मुख्य आरोपी की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है।

मास्टर इमरान समेत अन्य के खिलाफ मेडिकल टीम के साथ अभद्रता, छेड़छाड़ और डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा अन्य टीमों के खिलाफ अब तक हुए छेड़छाड़ और लूटपाट के केस में भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। यह गंभीर प्रकरण है, आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है।

अजय कुमार साहनी, एसएसपी, मेरठ

इस तरह की अन्य घटनाएं

घटना नंबर 1

एएनएम (रजबन) गुलिस्ता को गली नंबर 27 लखीपुरा में टीकाकरण के दौरान बंधक बना लिया गया था। एएनएम को एक कमरे में बंद करके कुछ युवकों ने छेड़छाड़ और अभद्रता की थी। डॉ। विकास शर्मा ने स्टाफ के साथ जाकर एएनएम को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। मेडिकल टीम ने पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी दी थी।

घटना नंबर 2

16 जनवरी 2020 को एएनएम राखी के साथ उस दौरान कुछ युवकों ने गाली-गलौज और अभद्रता शुरू कर दी, जब वो महिलाओं को अवेयर करने के लिए सेशन चला रही थी। भीड़ ने एएनएम के साथ अभद्रता करके उसे खदेड़ दिया और टीका लगवाने के लिए मना कर दिया।

घटना नंबर 3

रजबन की एएनएम रानू के साथ लखीपुरा में टीकाकरण के दौरान कुछ लड़कों ने अभद्रता और छेड़छाड़ की। युवकों ने रानू का मोबाइल छीन लिया। पुलिस को सूचना दी गई तब जाकर एएनएम का मोबाइल बरामद हुआ।

घटना नंबर 4

प्रभारी चिकित्साधिकारी, लखीपुरा में डॉ। कदीर अहमद के साथ एक मदरसे में इमाम ने गाली-गलौज किया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने किसी तरह मदरसे से निकलकर अपनी जान बचाई।

Posted By: Inextlive