नकल करते पकड़े गए स्टूडेंट्स को हाईकोर्ट ने दी राहत

2019 में पकड़े गए थे नकल करते हुए एमबीबीएस के स्टूडेंट्स

12 स्टूडेंट्स मोबाइल व अन्य उपकरणों के साथ नकल करते हुए पकड़े गए थे

Meerut। सीसीएसयू से जुड़े मुजफ्फरनगर कॉलेज में नकल करने वाले एमबीबीएस के स्टूडेंट्स को हाईकोर्ट ने बडी राहत दे दी है। दरअसल मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में साल 2019 में मोबाइल व अन्य डिवाइस के साथ नकल करते पकड़े गए एमबीबीएस स्टूडेंट को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है। हाईकोर्ट के आदेश पर अब सीसीएसयू ने भी इन स्टूडेंट का रिजल्ट जारी कर दिया है।

ये था मामला

बता दे कि यूनिवíसटी में जुलाई 2019 में स्टूडेंट्स की परीक्षा रद करने और दो साल के लिए डिबार करने के आदेश को उच्च न्यायालय ने नियमों के विपरीत मानते हुए सभी स्टूडेंट का परिणाम जारी करने के आदेश दे दिए, हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद बीते माह 19 मार्च को अपना फैसला सुनाया था। फिलहाल 11 स्टूडेंट की याचिका लगी थी तो उन्हीं 11 का परिणाम जारी किया गया है एक स्टूडेंट का परिणाम बाद में जारी किया जाएगा।

ये है नियम

यूनिवíसटी की नियमावली में मोबाइल व अन्य उपकरण के साथ नकल करते पकड़े जाने पर परीक्षा रद करने का प्रावधान था डिबार करने का नहीं। इसी बिंदु पर स्टूडेंट ने सीसीएसयू के निर्णय के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।

दायर की थी याचिका

स्टूडेंट ने सीसीएसयू के निर्णय के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी.कोर्ट के समक्ष यूनिवíसटी काउंसिल ने कहा कि नकल करते समय मोबाइल व अन्य डिवाइस के साथ ही स्टूडेंट पकड़े गए थे इसलिए यह निर्णय किया गया जिसमें हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता है। हाईकोर्ट ने नकल मानी लेकिन पकड़े गए उपकरणों से नकल किस हद तक हुई और उसका इस्तेमाल उत्तर लिखने में कितना हुआ, यह पूछने पर यूनिवíसटी अपने बिंदुओं को साबित नहीं कर सका, कोर्ट ने इसे नकल की श्रेणी तीन माना और यूनिवíसटी के आदेश को रद करते हुए रिजल्ट जारी करने का आदेश दे दिया।

पकडे थे टोटल 12

बता दे कि जुलाई 2019 में एमबीबीएस की परीक्षा के दौरान मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में 12 स्टूडेंट मोबाइल व अन्य उपकरणों के साथ नकल करते हुए पकड़े गए थे.उनके पास से अंडरगार्मेट में मोबाइल, वायस रिसीवर, सिम कार्ड आदि उपकरण बरामद भी किए गए थे। यूनिवíसटी की परीक्षा समिति ने पकड़े गए सभी स्टूडेंट की परीक्षा रद कर दो साल के लिए डिबार कर दिया था.सीसीएसयू के निर्णय के खिलाफ स्टूडेंट ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, उच्च न्यायालय ने प्राथमिक तौर पर सुनवाई के बाद यूनिवíसटी को स्टूडेंट की परीक्षा कराने और रिजल्ट रोकने के आदेश दिए थे अब पूरे मामले की सुनवाई के बाद रिजल्ट भी जारी करने के आदेश दे दिया है।

हो रही जांच

रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने बताया फिलहाल रिजल्ट जारी कर दिया गया है एक स्टूडेंट का रिजल्ट रुका है जो नियमों के आधार पर जांच करके ही तय होगा ये मामला जांच में है।

Posted By: Inextlive