शौक बड़ी चीज है जनाब
- 30 लाख से डेढ़ करोड़ तक की गाडि़यां रजिस्टर्ड हो चुकी हैं आरटीओ में
- 2 साल में बढ़ गया है विदेशी गाडि़यों का क्रेज - 3,831 गाडि़यां 2016 में जनवरी से मई तक हुई रजिस्टर्ड - 4,032 गाडि़यां 2017 में जनवरी से मई तक हुई रजिस्टर्ड - 42 फारॅच्यूनर हो चुकी हैं रजिस्टर्ड - 16 ऑडी का हुआ था रजिस्ट्रेशन - 8 बीएमडब्ल्यू रजिस्टर्ड है। 1 जगुआर भी की गई रजिस्टर्ड - 8,151 गाडि़यां 2016 जनवरी से दिसंबर तक हुई रजिस्टर्ड - 1 करोड़ 52 लाख तकरीबन कीमत है पोर्से की - 1 करोड़ 45 लाख तकरीबन कीमत है मर्सिडीज की - 85 लाख तकरीबन कीमत है ऑडी की। - 54 लाख तकरीबन कीमत है बीएमडब्ल्यू की - 40 लाख लगभग कीमत है इन्डेवर की - 40 लाख तकरीबन कीमत हैफाच्र्यूनर की
- महंगी कारों के प्रति बढ़ी दीवानगी, फाच्र्यूनर बनी फेवरेट
- पिछले साल की तुलना में इस साल गाडि़यों की बिक्री अधिक आई स्पेशल पारुल सिंघलमेरठ। शहर की सड़कों पर विदेशी गाडि़यां फर्राटा भर रही हैं। इनमें ऑडी, मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू जैसी लग्जरी गाडि़यां शहर की सड़कों अपनी धमक बिखेर रही हैं। बदलती तस्वीर से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि महंगी कारों के प्रति लोगों की दीवानगी सिर चढ़कर बोल रही है। इन गाडि़यों में पोर्से, जगुआर, रेंज रोवर, लैंड रोवर, मर्सिडीज बेंज, ऑडी, फाच्र्यूनर, इन्डेवर आदि शामिल हैं।
वर्जन महंगी गाडि़यों के शौकीन लोग गाड़ी का नंबर भी वीआईपी भी चाहते हैं। ऑनलाइन बुकिंग की वजह से मनपसंद नंबर बुक कराने के लिए आवेदन करने के लिए सुबह से ही कतार में लग जाते हैं। यही नहीं कई बार सेम वीआईपी नंबर न मिलने के कारण आवेदक लेट फीस के साथ वेट करने के लिए भी तैयार हो जाते है। ---- रंजीत सिंह एआरटीओ