300 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है तीन माह में

लॉकडाउन से होटल रेस्टोरेंट इंडस्ट्री को भारी नुकसान

5 फीसदी कारोबार ही हो सका है बीते डेढ़ साल में

10 प्रतिशत होटल व रेस्टोरेंट बंद हो चुके हैं मेरठ में

30 प्रतिशत होटल संचालकों ने अपने होटल किराये पर दे दिए

21 मार्च के बाद कोरोना और लॉकडाउन के कारण रद्द हो गई थीं शादियां

Meerut। कोरोना के कारण लॉकडाउन ने शहर की होटल इंडस्ट्री को बड़ी चोट दी है। अभी कारोबारी कोरोना की पहली लहर के नुकसान से उभर भी नही पाए थे, कि दूसरी लहर में फिर से शहर के सभी होटल, रेस्टोरेंट बंद पड़े हैं। कॉरपोरेट की मीटिंग हो या शादी की बुकिंग, सभी कैसिंल हो चुके हैं। ऐसे में पिछले तीन माह में इंडस्ट्री में करीब 300 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक सब कुछ बंद होने के बाद भी उन्हें होटल के कॉमर्शियल बिजली कनेक्शन का सर चार्ज के साथ बिल का भुगतान करना ही पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से इसमें छूट दिए जाने की मांग भी की है लेकिन इस पर कोई सुनवाई तक नही हो रही है।

छोटे इवेंट भी कैंसिल

पिछले साल की तरह इस बार भी कोरोना ने होटल उद्योग को जबरदस्त झटका दिया है। पिछले तीन माह में होटल उद्योग को करीब सवा तीन सौ करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। 21 मार्च के बाद से ही कोरोना के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाउन के चलते शहर के विभिन्न होटलों में होने वाली सारी शादियां रद्द हो गईं। कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए दोबारा दो मई को सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया। इसके बाद सभी बुकिंग निरस्त हो गईं। मई में लगभग 16 से ज्यादा तिथियों पर बुकिंग थी। लेकिन अधिकतर सभी बुकिंग या तो कैंसिल हो गई या फिर पोस्टपोंड कर दी गई। इसके अलावा होटलों में बड़ी संख्या में कॉमर्शियल और औद्योगिक मामलों को लेकर बुकिंग की जाती थी। साथ ही शासकीय कार्यक्रमों को भी कोरोना की वजह से रद्द कर दिया गया। होटल कारोबारियों का कहना है कि इसकी वजह से पहले से ही कर्ज में डूबे होटलों की हालत और खराब हो गई है।

बंद हो चुके रेस्टोरेंट

व्यापारियों के अनुसार पिछले साल से इस साल मई तक मेरठ के करीब 10 प्रतिशत होटल व रेस्टोरेंट बंद हो चुके हैं और 30 प्रतिशत होटल संचालकों ने अपने होटल किराये पर दे दिए हैं। लेकिन अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में अधिक किराए में चलने वाले रेस्टारेंट व अन्य क्लब भी बंद हो सकते हैं। क्योंकि कोरोना का प्रभाव काफी बढ़ता जा रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल होटलों की हालत और खराब हुई है।

कर्मचारी हुए बेरोजगार

मेरठ की होटल व रेस्टोरेंट इंडस्ट्रीज से करीब 50 हजार से अधिक कर्मचारी जुड़े हुए हैं। लेकिन पिछले साल से लगातार चल रहे कोरोना संक्रमण के प्रभाव के कारण होटल के अटेंडेंट, वेटर, स्वीपर, सिक्योरिटी गार्ड आदि कामों से जुडे 40 हजार से अधिक कर्मचारियों का रोजगार छीन गया है। होटल मालिक भी अपने खर्च कम करने के लिए केवल जरुरी कर्मचारियों को ही रोजगार उपलब्ध करा पा रहे हैं।

नुकसान की भरपाई मुश्किल

मेरठ होटेलिएर्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबोध गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण का प्रभाव हमारी होटल इंडस्ट्रीज पर लंबे समय तक रहेगा। जो नुकसान इन दो साल के सीजन में हुआ है उसकी भरपाई नही होगी। शादियों पर हमारा 40 प्रतिशत कारोबार निर्भर होता है इसके अलावा 60 प्रतिशत रोजाना आने वाले ग्राहक और ऑफिस पार्टी, बर्ड डे पार्टी व अन्य इवेंट से आमदनी होती है लेकिन संक्रमण के कारण सब कुछ बंद है। नुकसान करोड़ों में है।

खर्च निकालना भी मुश्किल

मेरठ होटेलिएर्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नवीन अरोड़ा ने बताया कि पिछले करीब डेढ़ साल में मात्र दो महीने कारोबार हुआ है। नवंबर दिसंबर माह में शांदियों की बुकिंग मिली लेकिन 100 लोगों की अनुमति के कारण बुकिंग छोटी रही वहीं रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहक 10 प्रतिशत तक सीमित हैं। कारोबार खर्च निकालने के लायक भी नही हो रहा है।

बिजली बिल में मिले राहत

मेरठ होटेलिएर्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के महामंत्री विपुल सिंघल ने बताया कि कारोबार का मुख्य आधार ग्राहक है, लेकिन संक्रमण के डर से ग्राहक होटल व रेस्टोरेंट तक नही आ रहे हैं। शादियां व पाíटयां पिछले डेढ़ साल में मात्र 5 प्रतिशत ही हुई वह भी अधिकतम 100 लोगों के बीच। इससे होटल व रेस्टोरेंट संचालकों को काफी नुकसान हुआ है। हमारी मांग है कि कम से कम नगर निगम के कॉमर्शियल टैक्स और बिजली के बिल मे हमें राहत दी जाए।

लंबे समय तक दिखेगा असर

मेरठ होटेलिएर्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विपुल केला ने बताया कि रेस्टोरेंट मे ग्राहक संक्रमण के डर से आना नही चाह रहे हैं। इस साल की शुरुआत में कुछ स्थिति सामान्य होने लगी थी लेकिन दोबारा संक्रमण ने ग्राहकों को होटल व रेस्टारेंट से दूर कर दिया। अब लंबे समय तक इसका असर कारोबार पर दिखेगा।

Posted By: Inextlive