- कोच और खिलाडि़यों के बीच रही मामले की चर्चा

- अब हर कोई दबी जुबान में पुराने दिनों को कर रहा याद

Meerut : भले ही स्टेडियम में रोजमर्रा की तरह खिलाडि़यों की प्रैक्टिस जारी है। कोच अपना काम बदस्तूर कर रहे हैं, लेकिन स्टेडियम के पूर्व आरएसओ आरएन सिंह के साथ एक नया विवाद जुड़ जाने से एक अजीब सा माहौल स्टेडियम में पैदा हो गया है। आरएन सिंह मौजूदा समय में लखनऊ स्थित स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट में डिप्टी डायरेक्टर पद पर तैनात हैं। इसलिए कोई भी उनके खिलाफ खुलकर तो नहीं बोल रहा, लेकिन दबी जुबान में हर कोई मेरठ के बीते कार्यकाल को में हुए कार्यो को याद कर रहा है।

उठ जाता है हाथ

नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर स्टेडियम स्टाफ ने बताया कि आरएन सिंह स्टेडियम में आए सबसे अडि़यल और बद्तमीज अधिकारियों में से एक थे। किसी से भी ठीक से बात नहीं करते थे। शराब के नशे में तो किसी पर भी हाथ उठा देते थे। उसके बाद नौकरी से निकालने या करियर बर्बाद करने की धमकी देकर चुप करा देते थे। कहते थे कि उनकी पहुंच बहुत ऊपर की है और अगर उनके खिलाफ किसी ने भी आवाज उठाई तो ठीक नहीं नहीं होगा। स्टेडियम में उनकी पूरी डिक्टेटरशिप चलती थी।

कटवा दिए थे हरे पेड़

स्टेडियम में हरे पेड़ काटने का मामला भी आज तक किसी को भी नहीं पता चला, लेकिन एक कोच ने बताया कि स्टेडियम में करीब आधा दर्जन पेड़ों की बली आरएसओ ने अपने कार्यकाल में चढ़ाई। साथ ही किसी को भी इस बारे में मुंह न खोलने की हिदायत दी थी। शासन में अपने रसूख के चलते इस मामले को दबाकर अपना काम करते रहे। इस बात की लोकल लेवल पर कानों-कान किसी को खबर नहीं हुई। स्टेडियम में एक कोच ने बताया कि स्टेडियम में कुछ लोगों ने पूर्व आरएसओ का पूरा समर्थन भी किया। जिनकी मदद से स्टेडियम को बर्बाद करने के कदम को आगे बढ़ाता रहा।

चल रही है जांच

आर्चरी टारगेट जलाने का आरोप

बात 24 दिसंबर की जब है जब आर्चरी प्लेयर्स कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम पहुंचे तो देखा कि उनके आर्चरी टारगेट जले हुए थे। स्टूडेंट्स ने टारगेट जलाने का आरोप आरएसओ आरएन सिंह पर लगाया था। साथ ही बच्चों ने ये भी आरोप लगाया था कि उन्होंने बच्चों को खुलेआम गालियां दी थी। मामला स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट पहुंचा और जांच बिठाई गई। अभी तक इस मामले में कुछ निकलकर नहीं आया है।

अब महिला कोच का आरोप

एक महिला कोच ने पूर्व आरएसओ पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामला सीएम से स्पो‌र्ट्स डायरेक्ट्रेट पहुंचा तो तुरंत कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए। वहीं सीएम ने जांच का आदेश एडीएम ई को सौंपी है और 10 दिनों में रिपोर्ट भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर जांच किस तरह से होती है और किसके पक्ष में जाती है? अभी कोई अधिकारी आधिकारिक तौर बोलने को तैयार नहीं है।

मुझे मेरठ को छोड़े हुए दो महीने हो गए हैं। आज मैं डिप्टी डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स हूं। जब मैं मेरठ में आरएसओ था तो तब इस मामले में शिकायत की गई। या हाइलाइट किया गया। ये एक पब्लिसिटी स्टंट है। इसका असलियत से कोई सरोकार नहीं है।

- आरएन सिंह, डिप्टी डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स

Posted By: Inextlive